ग्राम छिरैंटा में प्राचीन रामजानकी मंदिर बना है। जिनकी मनोकामना पूरी होती हैं वे मंदिर पर पीतल का अपनी सामथ्र्य के हिसाब से बजनी घंटा चढ़ा जाता हैं। मंदिर के पुजारी दिनेश शर्मा ने बताया कि वे देरशाम आरती करने के बाद मंदिर के ताले लगाकर घर चले गए थे। शुक्रवार की सुबह जब मंदिर की पूजा करने पहुंचे तो मंदिर के ताले चटके मिले और अंदर सभी घंटे गायब थे। पुजारी के मुताबिक चोर करीब 35 हजार के घंटे ले गए।
पुजारी ने ग्रामीणों को जानकारी दी तो भीड़ एकत्रित हो गई। चोरी की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी भितरवार रमेश शाक्य फोर्स के साथ मंदिर पहुंचे और मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी। पूर्व की चोरी का खुलासा नहीं
डबरा के लक्ष्मीनारायण मंदिर में १६-१७ सितंबर की रात को चोरों ने दानपेटी को तोडक़र हजारों रुपए, चांदी के मुकुट और सोने चांदी के आभूषणों सहित मुरली और सोने के बाले चोरी किए थे। इसी तरह भितरवार में भी गिरोह ने प्राचीन खेड़ापति माता मंदिर में लगे छोटे बड़े पीतल के करीब २१घंटे चोरी किए थे। १५-१६ सितंबर को नगर के प्राचीन सन्यास आश्रम में भी चोरों ने मंदिर से चांदी के मुकुट, चादी की छत्र और सोने चांदी के आभूषण सहित करीब १.५० लाख रुपए की चोरी की थी। करीब २० दिन पहले छीमक क्षेत्र सुनवई गांव में चोरों ने मंदिर को निशाना बनाया और वहां से भी पीतल के घंटे चोरी किए थे। पुलिस ने इस संबंध में मालमे दर्ज किए लेकिन आज तक एक भी चोरी का खुलासा नहीं हो पाया है।
इस मंदिर का ताला तोड़ कर ले गए चोरी
ग्राम बागवईकी हरगोल पहाड़ी पर बने प्राचीन गिर्राजजी मंदिर को भी चोरों ने निशाना बनाया । पुजारी नारायण परिहार ने बताया कि वे रात को संध्या आरती के बाद मंदिर के ताले लगाकर घर चले गए थे। सुबह जब पूजा के लिए आए और देखा कि मंदिर का ताला टूटा था और अंदर से एक बड़ा घंटा और दो छोटे घंटे पीतल के गायब थे। पुजारी ने थाने पहुंचकर चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई।
ग्राम बागवईकी हरगोल पहाड़ी पर बने प्राचीन गिर्राजजी मंदिर को भी चोरों ने निशाना बनाया । पुजारी नारायण परिहार ने बताया कि वे रात को संध्या आरती के बाद मंदिर के ताले लगाकर घर चले गए थे। सुबह जब पूजा के लिए आए और देखा कि मंदिर का ताला टूटा था और अंदर से एक बड़ा घंटा और दो छोटे घंटे पीतल के गायब थे। पुजारी ने थाने पहुंचकर चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई।