जिससे सभी सड़कों पर इनकी संख्या में इजाफा साफ दिखाई दे रहा है। वर्षाकाल के बाद सर्दी की शुरुआत के साथ ही मॉर्निंग वॉकरों की संख्या बढ़ जाती है, जो इन दिनों शहर में देखा जा रहा है। हालांकि कई लोग नियमित रूप से वॉक पर निकलते हैं, लेकिन गुलाबी सर्दी के साथ वॉकरों की संख्या में इजाफा हुआ है।
यही वजह है कि शहर के पाली रोड, शिवपुरी रोड, खातौली रोड पर तो लोग जाते ही हैं, लेकिन सबसे ज्यादा वॉकर कलारना नहर रोड पर देखे जा सकते हैं। खुले वातावरण और बगल में बहती चंबल नहर के सुरम्य नजारे के बीच मॉर्निंग वॉकर एक सुखद अहसास के बीच वॉकिंग करते हैं। यही वजह है कि मॉर्निंग वॉकरों की पहली च्वाइस कलारना रोड ही बन रही है।
मॉर्निंग वॉक पर ये भी रखें ध्यान
वॉक करने के लिए शांत स्थान चुनें। जहां आस-पास हरियाली हो, चारों तरफ प्राकृतिक सौंदर्य वाला (बाग-बगीचा) हो या खुला स्थान हो।
शरीर का तापमान नॉर्मल रखने के लिए ज्यादा पानी पीना चाहिए, इसलिए वॉक पर जाने से पहले और बाद में एक गिलास पानी अवश्य पिएं।
हृदय रोगी, हाई बीपी या कोई अन्य कोई समस्या वाले लोगों को वॉक शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
वॉक करते समय शुरू और अंत में हमेशा गति धीमी रखें। ये न हो की तेजी से वॉक शुरू करे और थोड़ी देर में ही थक कर बैठ जाए।
वॉकिंग के समय आपके जूते आरामदायक हों, ताकि वॉक करते समय तकलीफ न हो। जूते न ज्यादा टाइट होने चाहिए न ज्यादा ढीलें।
वॉक से पहले वार्मअप जरूर करें। इससे मांसपेशियों में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। इससे मांसपेशियों में चोट लगने का खतरा भी कम हो जाता है।
वॉक करते समय किसी प्रकार का मानसिक तनाव न रखें, पॉजिटिव बातें सोचे। हो सके तो मॉर्निंग वॉक के वक्त मोबाइल ऑफ रखें।
अच्छी सेहत के लिए आधे से पौने घंटे तक वॉक करनी चाहिए। इससे आपकी सेहत तो बनी ही रहेगी साथ ही शरीर भी सुडौल होगा।
वॉक खत्म होने से 5-7 मिनट पहले धीरे-धीरे चलें। इससे आपकी बॉडी को कूल डाउन होने के लिए समय मिलेगा।