scriptमध्यप्रदेश में सबसे असुरक्षित शहर है ग्वालियर, लूट, डकैती का सबसे ज्यादा खतरा यहां | most unsafe city in madhya pradesh is gwalior, the biggest threat of r | Patrika News

मध्यप्रदेश में सबसे असुरक्षित शहर है ग्वालियर, लूट, डकैती का सबसे ज्यादा खतरा यहां

locationग्वालियरPublished: Sep 01, 2018 06:51:11 pm

Submitted by:

Rahul rai

181 दिन में 92 लूट और 7 डकैती की वारदातें हुई हैं, जो प्रदेश में सबसे ज्यादा हैं

gwalior,most unsafe city

मध्यप्रदेश में सबसे असुरक्षित शहर है ग्वालियर, लूट, डकैती का सबसे ज्यादा खतरा यहां

ग्वालियर। प्रदेश में ग्वालियर सबसे असुरक्षित शहर है। लूट और डकैती का सबसे ज्यादा खतरा यहां है। इस साल जनवरी से जून माह तक के पुलिस के आंकड़ों पर नजर डालें तो करीब 181 दिन में 92 लूट और 7 डकैती की वारदातें हुई हैं, जो प्रदेश में सबसे ज्यादा हैं।
पुलिस इन पर कंट्रोल करने में नाकाम साबित हुई है, वह यह भी पता नहीं कर सकी है कि इनमें अधिकतर वारदातों को अंजाम किन अपराधियों ने दिया है। इसके पीछे पुलिस का मुखबिर तंत्र कमजोर होना बड़ी वजह माना जा रहा है।
इन संगीन अपराधों पर कंट्रोल के लिए पुलिस के पास कोई एक्शन प्लान भी फिलहाल नहीं है। पुलिस अफसर कहते हैं कि कई संगीन वारदातों को बाहर के अपराधियों ने अंजाम दिया है। लोकल मुखबिर तंत्र उनकी टोह लेने में कमजोर साबित रहा है, इसलिए बदमाश बचते रहे हैं।
यह हैं आकंड़े

शहर – लूट- डकैती
ग्वालियर – 92 – 07
भोपाल – 50 – 01
इंदौर – 47 – 01
जबलपुर – 58 – 01

पश्चिम बंगाल, बिहार की गैंग सिरदर्द
पुलिस के लिए सबसे बड़ा चैलेंज सिटी सेंटर रोड पर बैंक में कैश जमा करने वालों से पैसा लूटने वाली गैंग रही हैं। इन गिरोहों ने एसपी ऑफिस से चंद कदम की दूरी पर दिनदहाड़े बैंक में कैश जमा करने आने वालों को टारगेट कर लूट की है। इन वारदातों में पश्चिम बंगाल और बिहार के गिरोह पर शक है। इनमें शामिल कुछ बदमाशों की पहचान भी हुई है। उन्हें राउंडअप करने के लिए एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीम ने पश्चिम बंगाल में डेरा भी डाला था, लेकिन पुलिस की टीमें खाली हाथ लौट आईं।
चंबल रेंज की स्थिति हमसे अच्छी
रेंज डकैती लूट
ग्वालियर रेंज 07 130
चंबल रेंज 04 57
इंदौर रेंज 08 82
भोपाल रेंज 03 75
जबलपुर रेंज 03 61
(आकंड़े पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक हैं)

शहर की सुरक्षा के लिए इंतजाम
करीब 40 प्वॉइंट पर एफआरवी तैनात हैं। संगठित और संगीन अपराधों पर कंट्रोल के लिए क्राइम ब्रांच की टीम है। शहर के नाकों पर पुलिस की चेकिंग, सीसीटीवी कैमरे के जरिए पुलिस कंट्रोल रूम में सर्विलांस ट्रैकिंग सिस्टम के अलावा करीब 2800 पुलिसकर्मियों का फोर्स तैनात है।
115 दिन बाद भी चुनौती बनी लूट
पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती 7 मई की दोपहर एसपी ऑफिस से करीब 400 मीटर की दूरी पर कैश डिपोजिट कंपनी के सुपरवाइजर को गोली मारकर 24 लाख रुपए लूटने की वारदात है। करीब 115 दिन बाद भी पुलिस यह पता नहीं लगा सकी है कि आखिर सिक्योरिटी जोन में घुसकर कैश वैन से उतरे सुपरवाइजर बृजेन्द्रसिंह को गोली मारकर पैसा छीनने वाले तीन बदमाश कौन थे।
टीम गठित की है
अनट्रेस मामलों के लिए क्राइम ब्रांच की टीम गठित की है। पुराने अपराधों के पुलिस के पास अपडेट हैं जल्द ही सुलझाएंगे।
नवनीत भसीन एसपी ग्वालियर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो