इसलिए प्रशासन ने मुस्लिम समाज के लोगों के साथ मिलकर तय किया था कि गुरुवार को कब्रगाहों पर लोग नहीं आएंगे। इसके बावजूद यह इनपुट भी उसे मिला कुछ कब्रिस्तानों की लोगों की सफाई की है। आशंका है कि वहां पुलिस की नजर वचाकर आवाजाही हो सकती है।
इसलिए वहां निगरानी जरुरी है। मुरार, बहोडापुर और ग्वालियर इलाके सहित कई जगहो ंपर लोगों ने कब्रिस्तानों की सफाई भी है। 60 फुटा रोड पर तो कब्रिस्तान की सफाई के दौरान विस्फोट होने पर 6 लोग झुलस गए थे। इससे जाहिर है कि इन जगहों पर लोग मनाही के बावजूद कब्रिस्तान में आ सकते हैं।
इसलिए कई कब्रिस्तानों को निगरानी में लिया। ड््रोन से नजर- एडीजीपी राजाबाबू सिंह ने बताया कि लोगों की कब्रिस्तान में आवाजाही नहीं हो, इसलिए उन्हे समझाया गया है। कई जगहों पर कब्रगाहों तक पहुंचने के लिए घनी बस्तियों के रास्तों से निकल कर जाना पडता है। ऐसे में अगर लोग चुपचाप कब्रस्तिानों में जाएंगे तो घनी बस्ती के रास्तों से निकल कर जाना पडेगा।
ऐसे में अगर लोग चुपचाप कब्रिस्तान में जाएंगे तो पुलिस को पता चल लगाना मुश्किल होगा। इसलिए वहां पुलिस को ड्र्ोन लेकर तैनात किया गया। जिससे बस्ती के अंदर और सटे कब्रिस्तानों के आसपास का मूवमेंट पता चल सके।
मुखबिर फिट, एनाउंस कराया- घनी बस्तियों में मुखबिर भी फिट किए गए और एनाउंस कर लोगों को समझाया गया कि घर से बाहर नहीं निकलें, कोरोना वायरस को फेलने से रोकने में साथ दें। जो लोग नियम तोडेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
मुखबिर फिट, एनाउंस कराया- घनी बस्तियों में मुखबिर भी फिट किए गए और एनाउंस कर लोगों को समझाया गया कि घर से बाहर नहीं निकलें, कोरोना वायरस को फेलने से रोकने में साथ दें। जो लोग नियम तोडेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।