नगर निगम बॉन्ड जारी कर जुटाएगा 100 करोड़
खराब वित्तीय स्थिति से जूझ रहा नगर निगम अब बांड जारी करेगा। इसके जरिए पब्लिक से १०० करोड़ रुपए जुटाए जाएंगे जिनका उपयोग विभिन्न योजनाओं को पूरा करने में किया जाएगा। नगर निगम इसके लिए सीए कंपनी को हायर करेगा, कंपनी के लिए शनिवार को निगम ने टेंडर अपलोड कर दिया है। सीए का टेंडर खुलने के बाद नगर निगम के बांड की लिस्टिंग की जाएगी। यह पहला मौका है जबकि नगर निगम को बांड के जरिए पैसा जुटाना पड़ रहा है।

शासन द्वारा विभिन्न मदों में कटौती और वसूली में फिसड्डी नगर निगम की माली हालत पूरी तरह से खस्ता हो चुकी है। निगम के पास कर्मचारियों को बांटने के लिए भी पैसा नहीं है। जिससे कर्मचारियों में भी असंतोष फैल रहा है। वहीं कई योजनाएं जिसमें शासन द्वारा जो पैसा दिया जाता है उसे रोक दिया है और इसके लिए खुद निगम को ही पैसा देना है। जिसमें अमृत और स्मार्ट सिटी योजना शाामिल हैं। केन्द्र की इन योजनाओं में प्रदेश सरकार को भी फंड देना होता है लेकिन शासन ने नगर निगम को ही इस फंड की राशि जुटाने के लिए कहा है। वहीं निगम पहले से ही फंड की कमी से जूझ रहा है। इसे देखते हुए नगर निगम द्वारा बांड जारी करेगा।
इन मदो में नहीं मिला पैसा
शासन द्वारा जो पैसा नगर निगम को दिया जाता है उसमें कटौती की गई है। तीन महीने से चुंगी क्षतिपूर्ति की राशि जारी नहीं की गई। इसके अलावा मुख्यमंत्री अधोसंरचना, पीएमवायके सहित अन्य मदों में भी पैसा नहीं मिला है। जिसके कारण सड़क, प्रधानमंत्री आवास सहित अन्य निर्माण कार्य पूरी तरह से ठप हो गए हैं।
निगम डिफाल्टर हुआ तो शासन लौटाएगी राशि
नगर निगम द्वारा जो बांड जारी किया जाएगा उसके लिए तैयारी हो गई हैं। शासन ने भी निगम को बांड जारी करने की अनुमति दे दी है। इसके साथ ही काउंटर गारंटी भी दी है। अगर बांड जारी करने के बाद नगर निगम के पास बांड मेच्योर होने पर पैसा नहीं रहा तो शासन द्वारा यह राशि संबंधित को लौटाई जाएगी।
६ प्रतिशत पर मिलेगी राशि
नगर निगम बांड के जरिए १०० करोड़ रुपए जुटाने की योजना है। निगम को यह राशि ६ प्रतिशत ब्याज पर मिलेगी। बांड लिस्टिंग के बाद तय समयाविधि के बाद निगम को यह राशि लौटाना होगी। जो बांड खरीदेगा उसे निश्चित ६ प्रतिशत की राशि वापस की जाएगी।
प्रदेश में तीसरा शहर
प्रदेश में बांड जारी करने वाला ग्वालियर तीसरा शहर होगा। इससे पहले भोपाल और इंदौर भी बांड जारी कर चुके हैं।
रेटिंग तय होने के बाद जारी होंगे बांड
बांड जारी करने के लिए नगर निगम द्वारा सीए कंपनी को हायर किया जा रहा है। इसके लिए टेंडर बुलाए गए हैं। ६ लाख रुपए में यह टेंडर हुए हैं। इसमें सीए की पूरी टीम रहेगी जो कि पहले भारत सरकार को प्रोजेक्ट का डिमांस्टे्रशन देगी इसके साथ ही रेटिंग जारी कराने में भी मदद करेगी। जब तक बांड की लिस्टिंग स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध नहीं हो जाता कंपनी पूरी तरह से कार्यभार देखेगी।
नगर निगम बांड के जरिए १०० करोड़ रुपए जुटाएगा। इसकी तैयारी हो गई है। यह पूरी प्रक्रिया सीए द्वारा की जाएगी इसके लिए टेंडर जारी किए गए हैं।
राजेश श्रीवास्तव, अपर आयुक्त नगर निगम
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