मैं जट यमला पगला दीवाना…
उन्होंने कार्यक्रम की शुरुआत रफी साहब के बड़ी दूर से आये हैं… से की। इसके बाद चौदहवी का चांद हो… सुनाकर वाहवाही लूटी। बढ़ते हुए क्रम में छू लेने दो नाजुक होठों को…, चले थे साथ मिल के… गीतों को आवाज दी। उपस्थित दर्शकों की फरमाइश पर शिरडी वाले साईं बाबा…, पर्दा है पर्दा…, बदन पे सितारे लपेटे हुए…, मैं जट यमला पगला दीवाना…, यारी है ईमान मेरा… गीत अपने जबरदस्त अंदाज में पेश किया।