मूल रूप से ग्राम गोहटा के निवासी हकीम खान बीते 15 साल विजयपुर में रहकर मेडिकल स्टोर चलाते हैं। बताया गया है कि हकीम खान जितना इस्लाम में आस्था रखते हैं, उतनी ही वे हनुमान जी के भी भक्त हैं। यही वजह है कि उन्होंने विजयपुर में जनआस्था के प्रतीक छिमछिमा हनुमान मंदिर में कुछ मन्नत मांगी। बताया गया है कि उनकी मन्नत पूरी हो गई, जिसके बाद उन्होंने बीते रोज छिमछिमा हनुमान मंदिर पर 24 घंटे का अखंड रामायण पाठ कराया, साथ ही रविवार क शाम को कन्या भोजन और ब्राह्मण भोज भी कराया।
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विशेष बात यह है कि हकीम खान से पहले भी उनके बड़े भाई भी छिमछिमा पर ऐसा आयोजन कर चुके हंै। खान परिवार का कहना है कि हम हमेशा से हनुमानजी के भक्त हैं और पूर्ण आस्था के साथ हम जब भी मंदिर पर जाकर मन्नत मांगते हैं वो हमेशा हनुमानजी पूरी करते हैं।
मेरी मुराद पूरी हो गई
कार्यक्रम को लेकर हकीम खान का कहना है, मैंने हनुमानजी के मंदिर पर रामायण के साथ कन्या एवं ब्राह्मण भोजन कराया है। क्योंकि हनुमानजी के दर पर जाकर कुछ मन्नत मांगी, जो मेरी मुराद पूरी हो गई। हकीम खान कहते हैं कि यदि सच्चे मन से कोई हनुमानजी के दर पर आस्था के साथ दर्शन करे तो उसकी मनोकामना जरूरी पूर्ण होती है।