पहले उनके द्वारा की गई मारपीट के मामले में महिला को गवाही देने आना है,लेकिन उसे मायके वालों से डर है,इसलिए उसने पुलिस महानिरीक्षक से सुरक्षा मुहैया कराने का अनुरोध किया है। पहाडगढ़़ के कट्टौली गांव की रहने वाली चानू ने कुछ वर्ष पूर्व गांव के ही रामनिवास कुशवाह से लव मैरिज की थी। चानू के परिजनों को उसका यह कदम नागवार गुजरा। लिहाजा उन्होंने फरवरी 2013 में चानू व उसके पति रामनिवास पर हमला भी किया। यह मामला थाने में पंजीबद्ध होकर सबलगढ़ न्यायालय में विचाराधीन है। अब न्यायालय में चानू व रामनिवास को इस प्रकरण में गवाही देनी है, लेकिन चानू अपने मायके वालों के डर से न्यायालय तक आने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।
मंगलवार को जन सुनवाई में उसने आईजी संतोष कुमार सिंह को दिए एक आवेदन में कहा कि यदि वह गवाही देने आई तो मायके पक्ष के हसन, लियाकत, मुस्ते, हनीफ, पप्पू, अली हुसैन तथा कमरुद्दीन उसे जान से मार सकते हैं। इसलिए उसे ग्वालियर से सबलगढ़ न्यायालय तक आने के लिए सुरक्षा मुहैया कराई जाए। चानू पत्नी रामनिवास कुशवाह ने आवेदन में सुरक्षा के मामले में पुलिस पर असहयोग का आरोप भी लगाया है।
उसने कहा है कि न्यायालय से गवाही का समन मिलने के बाद उसने पुलिस से सुरक्षा की मांग की,लेकिन उसकी बात को अनसुना कर दिया गया। अब आवेदन मिलने के बाद आईजी संतोष कुमार सिंह ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया को चानू व रामनिवास की सुरक्षा के माकूल इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि वे न्यायालय में बेखौफ होकर गवाही दे सके।