रजवाड़ा ताला
पीतल के बने इस ताले का वजन लगभग 700 ग्राम है। इसमें तीन चाबी चार जगह पर लगती हैं। इसके बाद ताला खुलता है। पूरे प्रोसेस में लगभग 4 से 5 मिनट का समय लगता है। इसकी कीमत 3500 रुपए है।
पीतल के बने इस ताले का वजन लगभग 700 ग्राम है। इसमें तीन चाबी चार जगह पर लगती हैं। इसके बाद ताला खुलता है। पूरे प्रोसेस में लगभग 4 से 5 मिनट का समय लगता है। इसकी कीमत 3500 रुपए है।
मछली ताला
इसे देखकर कहीं भी चाबी लगाने की जगह नजर नहीं आती। पेट पर लगी हुंडी को घुमाने पर चाबी का दिखता है। इसे खोलने के बाद मछली की आंख दबाने पर ताला खुलता है। यह ताला 1600 रुपए का है।
इसे देखकर कहीं भी चाबी लगाने की जगह नजर नहीं आती। पेट पर लगी हुंडी को घुमाने पर चाबी का दिखता है। इसे खोलने के बाद मछली की आंख दबाने पर ताला खुलता है। यह ताला 1600 रुपए का है।
रॉकिंग चेयर गणपति
इसमें गणपति को रॉकिंग चेयर पर बैठकर किताब पढ़ते दिखाया गया है। पीतल से बने इनका वजन लगभग 17 किलो है। उनके साथ उनका वाहन चूहा भी है। यह लगभग 10 इंच हाइट में है।
इसमें गणपति को रॉकिंग चेयर पर बैठकर किताब पढ़ते दिखाया गया है। पीतल से बने इनका वजन लगभग 17 किलो है। उनके साथ उनका वाहन चूहा भी है। यह लगभग 10 इंच हाइट में है।
एक धागे से बनता है पूरा डिजाइन
यह बैम्बू शिल्प साड़ी है, जिसमें हैंडलूम वर्क होता है। इसकी खासियत यह है कि कोई भी डिजाइन एक धागे से ही बनती है। फिर वह डिजाइन कितनी भी बड़ी क्यों न हो। एक साड़ी को तैयार करने में तीन दिन लगते हैं।
यह बैम्बू शिल्प साड़ी है, जिसमें हैंडलूम वर्क होता है। इसकी खासियत यह है कि कोई भी डिजाइन एक धागे से ही बनती है। फिर वह डिजाइन कितनी भी बड़ी क्यों न हो। एक साड़ी को तैयार करने में तीन दिन लगते हैं।
कैदियों के बनाए आयटम्स की डिमांड
सेंट्रल जेल के कैदियों द्वारा तैयार आयटम्स भी खूब पसंद किए जा रहे हैं। स्टॉल पर दरी, पेंटिंग, ताले शहरवासी ले रहे हैं।
सेंट्रल जेल के कैदियों द्वारा तैयार आयटम्स भी खूब पसंद किए जा रहे हैं। स्टॉल पर दरी, पेंटिंग, ताले शहरवासी ले रहे हैं।