भारत स्वच्छता अभियान के तहत शहर में अब तक का सबसे बड़ा और लंबा अभियान चलाया गया। जिसमें नगर निगम ने एेसे स्थान जहां 20-30 वर्षों से भी कचरा नहीं उठा था। एेसे स्थानों को भी योजना में शामिल किया गया।
ग्वालियर। भारत स्वच्छता अभियान के तहत शहर में अब तक का सबसे बड़ा और लंबा अभियान चलाया गया। जिसमें नगर निगम ने एेसे स्थान जहां 20-30 वर्षों से भी कचरा नहीं उठा था। एेसे स्थानों को भी योजना में शामिल किया गया, अधिकांश स्पॉट्स एेसी कॉलोनियों के प्लॉट्स रहे जहां लोगों ने कचरे का ठिया बना लिया था।
अब एेसे स्थानों को जमीन स्तर से साफ कराया जा चुका है। साथ ही संबंधित जेडो को 17 अक्टूबर को उक्त स्थानों का सत्यापन कर शपथ पत्र प्रस्तुत करना होगा। इसके बाद उक्त स्थानों पर पुन: कचरे का ठिया बनता है तो संबंधित जेडो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी। इसके पहले पत्रिका ने रविवार को शहर का स्कैन किया तो पता चला कि ठिए तो दूर की बात है शहर की मुख्य सड़कों पर कचरे के सैंकड़ों ढेर दिखाई दिए।
शपथ पत्र इसलिए जरूरी
शहर से लोगों के घरों से लेकर लैंडफिल साइट और बरा की खदानों तक कचरा पहुचाने के लिए करीब 200 से अधिक निगम के वाहन लगे हुए हैं। जिसमें क्लोज टिपर, डम्फर, ट्रेक्टर ट्रॉली, जेसीबी मशीनें आदि शामिल हैं। जिनके डीजल पेट्रोल पर प्रतिमाह लाखों रुपए का व्यय होता है। एेसे हालात में पुन: पुराने कचरे के ठियों पर कचरा डालने का सीधा मतलब यह है कि या तो डीजल चोरी करने के लिए कचरे को उठाया नहीं जा रहा है। या फिर सही मॉनिटरिंग नहीं हो रही है। शपथ पत्र के बाद संबंधित अफसर की व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी।
यहां करें शिकायत
अगर आपके घर के आस पास कोई वर्षों पुराना कचरे का ठिया है जहां कभी सफाई नहीं हुई या अगर सफाई हो गई है। इसके बावजूद लोग फिर से कचरा डाल रहे हैं तो आप उसकी शिकायत- महापौर हेल्पलाइन-180030007141, सीएम हेल्प लाइन-181, कलेक्टर हेल्पलाइन-9406932033
(नोट-उक्त नंबरों के अलावा आप सीधे क्षेत्र के जेडो के मोबाइल नंबर 96444057-01 से 25 कॉल कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। या वर्कशॉप प्रभारी प्रदीप वर्मा के मोबाइल नंबर-9644405808 पर सच्चाई बता सकते हैं।)
एक माह का था टारगेट
शहर भर से वर्षों पुराने कचरों के ठियों को खत्म करने के लिए एक माह का टारगेट तय किया गया। इसकी शुरुआत सिटी सेंटर के सरस्वति नगर से की गई। जिसका शुभारंभ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 4 सितरंबर को किया था। इसके बाद यह अभियान लगातर चला। 8 अक्टूबर को इसका समापन किया गया। सभी जेडो ने कार्य पूर्ण होने की जानकारी दी।
होटलों को कचरे का प्लांट लगाने के लिए आखिरी मौका?
ग्वालियर। होटल, रेस्टोरेंट और अन्य एेसे संस्थान जहां 25 या उससे अधिक लोगों के बैठने या भोजन बनाने खाने आदि की व्यवस्था हैं। एेसे व्यावसायिक संस्थानों को अपने यहां कचरे का प्लांट लगाने का अंतिम मौका निगम की ओर से दिया जाएगा। इसके लिए जल्द ही अंतिम नोटिस जारी करने के निर्देश आयुक्त अनय द्विवेदी ने जारी कर दिए हैं। इसके बावजूद अगर यह संस्थान अपने यहां कचरे का प्लांट नहीं लगाते हैं तो उनके खिलाफ जुर्माने की कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिसमें 5 हजार या प्रतिदिन के अनुसार भी जुर्माना लगाया जा सकता है। एेसे संस्थान अपने यहां कचरे से खाद बनाने का प्लांट लगाकर उक्त कार्रवाई से बच सकते हें।
निर्णायक कार्रवाई
“कचरे के वर्षों पुराने ठिए खत्म किए जा रहे हैं। होटल संचालकों को भी अंतिम नोटिस जारी हो रहे हैं। इसके बाद सीधे जुर्माने की कार्रवाई कचरा डालने वाले या होटलों पर होगी। जो भी अफसर इसमें लापरवाही बरतेगा उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होगी।”
अनय द्विवेदी, आयुक्त नगर निगम