आप लोग, बार-बार वरिष्ठ नेतृत्व और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का ही नाम क्यो लेते हो, क्या बीडी सहित और भी कोई नेता नहीं है। यह बात आउटसोर्स भर्ती घोटाले की जांच रिपोर्ट सत्ता पक्ष से मांगने पर कांग्रेस पार्षदों द्वारा लगाए गए आरोप के बचाव करते हुए सिंधिया समर्थक नेता प्रतिपक्ष हरीपाल, पार्षद मोहित जाट, जीतेंद्र मुदगल, ब्रजेश श्रीवास व अनिल सांखला ने कही।
आउटसोर्स भर्ती घोटाले की जांच को लेकर भाजपा पार्षदों ने सत्ता पक्ष कांग्रेस पर जमकर आरोप लगाए। इनका बचाव करते हुए एमआईसी सदस्य अवधेश कौरव ने कहा आउटसोर्स घोटाला पूरे प्रदेश में हुआ है। ग्वालियर में 1300 कर्मचारियों की जांच कमेटी कर रही है यह कर्मचारियों के भविष्य का सवाल है, इसलिए जांच में समय लग रहा है। जिस पर सभापति ने कहा अभी तक जो भी जांच की है उसकी रिपोर्ट 15 दिन के अंदर सदन में दी जाए।
जलविहार स्थित परिषद की बैठक में स्वच्छता सर्वेक्षण,आउटसोर्स व जेडओ के कार्य को लेकर चर्चा करते हुए पार्षदों ने कहा कि सीएंडी वेस्ट सेंटरों,शहर की सडक़ें व कचरा वाहनों की स्थिति खराब पड़ी हुई हंै। शहर में 12 सीएंडी वेस्ट हैं पर ये सिर्फ दिखावे के है। स्वच्छता के नाम पर शहर की दीवारों पर रंग-रोगन करने में करोड़ों रुपए का खेल हो रहा है,इसके लिए जांच कमेटी गठित की जाए। सभी वार्ड में सफाईकर्मचारियों की काफी कमी है इसलिए इनकी संख्या बढ़ाई जाए तभी स्वच्छता में हम बेहतर स्थान प्राप्त कर सकेंगे। सभापति ने आयुक्त को निर्देश दिए कि क्षेत्रीय कार्यालय निर्माण कार्य व पद सहित अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जाए व निर्माण कार्यों की सही मॉनिटरिंग की जाए।
“निगम आयुक्त सभी वार्डों में जहां कचरे के ढेर हो उन्हें तत्काल समाप्त करें, जिन वार्डों में हाथ ठेला पर कचरे के डिब्बे टूटे हैं उनको बदला जाए और नाला नालियों की सफाई के उपरांत निकाली गई सिल्ट को तत्काल उठवाया जाए। जहां भी बीट खाली है वहां कर्मचारी पदस्थ किए जाए। स्वच्छता सर्वेक्षण के दो वर्षों की जानकारी 1 माह में दी जाए।”
मनोज तोमर, अध्यक्ष नगर निगम
हरीपाल, नेताप्रतिपक्ष