केन्द्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि कांग्रेस, वामपंथी और तथाकथित बुद्धिजीवी देश में भ्रम फैलाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन जब तक एक भी भाजपा कार्यकर्ता मौजूद है, देश को तोडऩे के मंसूबे पूरे होने नहीं दिए जाएंगे। इस अवसर पर मंच पर संभागीय संगठन मंत्री आशुतोष तिवारी, जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा, पूर्व मंत्री माया सिंह, जयसिंह कुशवाह, राकेश जादौन, विवेक जोशी, रविन्द्र सिंह राजपूत, डॉ.सतीश सिकरवार, अरविंद राय, प्रमिला वाजपेई, कमल माखीजानी आदि उपस्थित थीं।
ऐसा लगता है कांग्रेस घुसपैठियों के साथ है
केन्द्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि 2014 से पहले पाकिस्तान से प्रताडि़त होकर जिन्होंने भारत में शरण ली, ऐसे तमाम वे लोग जो हिंदू धर्म को मानने वाले हैं, सिक्ख, जैन, बौद्ध , पारसी हैं व ईसाई हैं, उन्हें इस नागरिकता संशोधन अधिनियम के तहत नागरिकता देने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कांग्रेस घुसपैठियों, देशद्रोहियों और पाकिस्तान के पक्ष में खड़ी है।
एनआरसी घुसपैठियों के खिलाफ, देश के लोगों के नहीं
एनआरसी से देश के लोगों को कोई लेना देना नहीं है, बांग्लादेश से आए घुसपैठियों से आसाम की संस्कृति को खतरा था, वहां आसाम के लोग भी चाहते थे कि घुसपैठियों को बाहर करें, इसलिए वहां एनआरसी लाया गया। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भाजपा द्वारा आयोजित प्रबुद्धजनों की संगोष्ठी में यह बात कही। होटल अतिथि इन में आयोजित संगोष्ठी में सांसद विवेक शेजवलकर, रिटायर्ड मेजर जनरल आरएस शर्मा, पं.गिर्राज शर्मा, राधेश्याम भाकर आदि उपस्थित थे।
राजीव गांधी के समय सही कैसे था
तोमर ने कहा कि राजीव गांधी एनआरसी लाना चाहते थे तब कांग्रेस के लिए यह सही था और आज मोदी ने कहा हम एनआरसी लाएंगे और घुसपैठियों को बाहर करेंगे, तब गलत कैसे हो गया ? उन्होंने कहा कि एनआरसी सिर्फ घुसपैठियों के खिलाफ है, जो यहां चोरी-छुपे घुस आए हंै। संगोष्ठी में अधिवक्ता अरविंद दूदावत, राहुल श्रीवास्तव, वीरेंद्र पाल, नितिन शुक्ला, शिराज कुरैशी आदि ने भी विचार रखें। कार्यक्रम का संचालन अशोक जादौन एवं आभार व्यक्त अजय बसंल ने किया।
सांसद, पूर्व मंत्री और कई पदाधिकारी नहीं पहुंचे
ग्वालियरञ्च पत्रिका. भाजपा की वृहद बैठक में ग्वालियर के सांसद, एक पूर्व मंत्री, चार मंडल अध्यक्ष, तीन उपाध्यक्ष भी नहीं पहुंचे। मंच से संभागीय संगठन मंत्री ने भी इस संबंध में पूछताछ की। बैठक में पार्टी के सभी लोगों की उपस्थिति अनिवार्य थी। जिले में पार्टी के आठ मंत्री है, लेकिन बैठक में केवल एक ही मंत्री उपस्थित रहे। पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया एवं उनकी टीम के मंडल अध्यक्ष बैठक में नहीं पहुंचे। सांसद विवेक शेजवलकर प्रबुद्धजनों की बैठक में तो पहुंचे, लेकिन पार्टी की बैठक में नहीं थे।
पैदल मार्च में सहभागिता अनिवार्य : तिवारी
संभागीय संगठन मंत्री आशुतोष तिवारी ने कहा कि 11 जनवरी को पैदल मार्च में प्रत्येक कार्यकर्ता की सहभागिता अनिवार्य है। बैठक में कार्यक्रम की रूपरेखा पूर्व साडा अध्यक्ष जयसिंह कुशवाह ने रखी और स्वागत भाषण जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा ने दिया। संचालन महामंत्री शरद गौतम ने एवं आभार महामंत्री महेश उमरैया ने व्यक्त किया।