श्योपुर शहर को सलापुरा से जोडऩे वाली चंबल नहर की सलापुरा नहर पुलिया 60 साल पुरानी है। 50 के दशक में जब नहर का निर्माण हुआ, तब पुलिया बनाई गई, लेकिन ये पुलिया काफी संकरी है, जहां दिन में कई बार जाम लगता है। वहीं पुल की रैलिंग तो बरसों से क्षतिग्रस्त है और एक ओर की रैलिंग तो टूट भी गई है। श्योपुर-सवाईमाधोपुर हाइर्व के नेशनल हाइवे 552 एक्सटेंशन में आ जाने के बाद भी पुलिया का चौड़ीकरण तो दूर मरम्मत भी नहीं हो पाई।
बरसों से टूटी रैलिंग, पुल भी जर्जर
मानपुर-ढोढर मार्ग पर मानपुर के निकट सीप नदी पर बना 40 साल पुराना पुल जर्जर हाल में है। बरसों से इसकी रैलिंग टूटी है। बावजूद इसके विभाग ने इस पुल का मेंटेनेंस नहीं कराया। हालांकि आठ साल पहले मरम्मत के लिए ब्रिज कॉर्पोरेशन ने ठेका दिया था, लेकिन ठेकेदार बीच में ही काम छोड़ गया, लिहाजा उसके बाद से विभाग ने यहां आकर नहीं देखा है। यही वजह है कि पुल पर हर समय हादसों की संभावना बनी रहती है। इस संबंध में क्षेत्र के वाशिंदे भी कई बार पुल की रैलिंग बनवाने और मरम्मत कराने की मांग उठा चुके हैं।