ग्वालियरPublished: Jun 29, 2023 03:01:07 pm
Ashtha Awasthi
छह दशक पहले शहर में होते थे कुछ ही कैमरे, आज भी संभालकर रखे
ग्वालियर। कैमरा... कैमरा.... कैमरा...। इसका क्रेज पहले भी था और आज भी है। अंतर सिर्फ इतना है कि पहले कैमरे भारी भरकम, परदे और रील वाले होते थे। फोटो क्लिक कराने के लिए लम्बी लाइन लगती थी और आज हर जेब में कैमरा है। मोबाइल निकाला और कहीं भी कैमरा ऑन कर फोटो क्लिक करने लग गए। वे भी अच्छे रेजोल्यूशन के। जिसे कितना भी जूम करके देखा जा सकता है। कैमरे अब केवल मैरिज फंक्शन या वाइल्डलाइफ और नेचर फोटोग्राफी के लिए रह गए हैं। समय के साथ चीजें बदली हैं। लेकिन आज भी यदि हम पुराने कैमरे के बारे में बात करें तो बहुत से किस्से और कहानियां सुनने को मिलते हैं। पुराने लोगों के अनुसार पहले शहर में बहुत कम कैमरे होते थे। फोटो खिचवाने के लिए लोग लाइन में लगा करते थे। उस समय फोटोग्राफर को समाज में बहुत सम्मान मिलता था। उनकी खूब मेहमाननवाजी हुआ करती थी।