भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश का सर्वाधिक प्रतिष्ठित महोत्सव तानसेन समारोह संगीत की नगरी ग्वालियर में इस साल 26 से 30 दिसम्बर तक होने जा रहा है। तानसेन समारोह की पूर्व संध्या यानि 25 दिसम्बर की शाम उप शास्त्रीय संगीत का कार्यक्रम गमक होगा। यह सालाना समारोह भारतीय संगीत की अनादि परंपरा के श्रेष्ठ कला मनीषी संगीत सम्राट तानसेन को श्रद्धांजलि व स्वरांजलि देने के लिये पिछले 96 वर्ष से हो रहा है।
इन महाविद्यालयों का होगा ध्रुपद गायन
तानसेन समारोह के तहत पहली संगीत सभा 26 दिसम्बर को शाम 6 बजे होगी। इस सभा की शुरूआत माधव संगीत महाविद्यालय के ध्रुपद गायन के साथ होगी। इसी तरह 27 दिसम्बर को सुबह 10 बजे राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के और सांध्यकालीन सभा का आगाज शंकर गांधर्व महाविद्यालय के ध्रुपद गायन से होगा। समारोह में 28 दिसम्बर की प्रात:कालीन सभा भारतीय संगीत महाविद्यालय व सायंकालीन सभा तानसेन संगीत महाविद्यालय तथा 29 दिसम्बर को प्रात:कालीन सभा ध्रुपद केन्द्र ग्वालियर व सांध्यकालीन सभा की शुरूआत साधना संगीत महाविद्यालय के ध्रुपद गायन से होगी। तानसेन समारोह के अंतिम दिन 30 दिसम्बर को बेहट में प्रात:कालीन सभा का शुभारंभ तानसेन संगीत कला केन्द्र बेहट के ध्रुपद गायन से होगा। समारोह की समापन सभा अर्थात गूजरी महल परिसर में सजने वाली सांध्यकालीन सभा की शुरूआत सारदानाद विद्या मंदिर के ध्रुपद गायन से होगी।