अस्थाई दुकानदारों का कब्जा ऐसे में पार्क में गंदगी पसरी रहती है। जबकि कुछ माह पूर्व ही पार्क और प्रतिमा का जीर्णोद्धार कराया गया था। क्योंकि प्रतिमा पूरी तरह से खंडित होती जा रही थी, साथ ही पार्क भी अपना अस्तित्व खोता जा रहा था। इसके अलावा पार्क के समीप ही अस्थाई दुकानदारों का कब्जा बना रहता है जो कि पार्क के चारो ओर खड़े हो जाते हैं। ऐसे में यहां पर आने वाले लोगों को पार्क दिखाई ही नहीं देता है। इसके अलावा सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने के कारण शाम होते ही आसामाजिक तत्वों का जमघट भी लगने लगता है। जो कि पार्क में ही बैठकर गंदगी फैलाते हैं। कई बार तो शराब यहां पर शराब का सेवर कर खाली बोतलें भी पार्क में ही छोडकऱ चले जाते हैं। जिन्हें कोई रोकने-टोकने वाला नहीं रहता है।