कई बार इस मसले पर कहासुनी हो चुकी है। बुजुर्गों के जरिए गिर्राज को समझाने की कोशिश भी कर चुके हैं लेकिन वह हैंडपंप का पानी किसी को देने को तैयार नहीं है। अब गांव में बने सामुदायिक भवन पर भी उसने कब्जा कर लिया है। गिर्राज को खुटका है कि वह गांव में लोगों को उसके खिलाफ भडक़ा रहा है। मंगलवार सुबह खेत पर गए तब गिर्राज के साथ शिवराज और दिनेश उर्फ सोनू आ गए। उन्हें घसीट कर अपने घर ले जाकर बंधक बनाकर पीटा। फिर गिर्राज ने तंमचे से गोली मारी।
बेहट थाना प्रभारी हितगोपाल यादव ने बताया कि सत्यवीर को परिजन पहले जेएएच ले गए वहां उसकी हालत में सुधार नहीं दिखा तो उठाकर निजी अस्पताल ले आए। सत्यवीर ने जिन लोगों के नाम अपहरण और गोली मारने में बताए हैं वह घर से गायब हैं।