scriptरेमडेसिविर वितरण के लिए बनी नई समिति, ड्रग इंस्पेक्टर और चिकित्सा अधिकारी किए शामिल | New committee formed for distribution of Remedisvir, drug inspectors | Patrika News
ग्वालियर

रेमडेसिविर वितरण के लिए बनी नई समिति, ड्रग इंस्पेक्टर और चिकित्सा अधिकारी किए शामिल

निजी अस्पतालों में वितरित होने के लिए शुक्रवार को 220 रेमडेसिविर इंजेक्शन प्रदेश सरकार ने भेजे। शाम को निकली टीम ने आवंटित हुए इंजेक्शन 35 अस्पतालों को वितरण के लिए…

ग्वालियरApr 24, 2021 / 06:29 pm

रिज़वान खान

cms_image-2

रेमडेसिविर वितरण के लिए बनी नई समिति, ड्रग इंस्पेक्टर और चिकित्सा अधिकारी किए शामिल,रेमडेसिविर वितरण के लिए बनी नई समिति, ड्रग इंस्पेक्टर और चिकित्सा अधिकारी किए शामिल,रेमडेसिविर वितरण के लिए बनी नई समिति, ड्रग इंस्पेक्टर और चिकित्सा अधिकारी किए शामिल

ग्वालियर. निजी अस्पतालों में वितरित होने के लिए शुक्रवार को 220 रेमडेसिविर इंजेक्शन प्रदेश सरकार ने भेजे। शाम को निकली टीम ने आवंटित हुए इंजेक्शन 35 अस्पतालों को वितरण के लिए भेजे गए। इंजेक्शन की खेप विशेष विमान से आई थी। महाराजपुरा हवाई अड्डा पर अधिकारियों ने ग्वालियर-चंबल संभाग के लिए आए रेमेडेसिविर रिसीव किए। इसके बाद शहर के निजी अस्पतालों को वितरण के लिए भेजे गए।
इंजेक्शन मुहैया कराने बनी समिति
जिले के अस्पतालों में भर्ती मरीजों को निर्धारित प्रोटोकॉल के अंतर्गत रेमडेसिविर इंजेक्शन मुहैया कराने के लिए कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने दो सदस्यीय समिति का गठन किया है। यह समिति अस्पतालों में पहुंचेगी और गंभीर मरीजों के लिए इंजेक्शन मुहैया कराएगी। समिति में ड्रग इंस्पेक्टर दिलीप अग्रवाल मो. 9981779625 और चिकित्सा अधिकारी डॉ. नागेन्द्र ऋ षीश्वर मो.9425129294 को शामिल किया गया है।
कलेक्ट्रेट में हुआ हंगामा, समझाइश पर माने लोग
शाम के समय ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमण की स्थिति जानने के लिए सीएम ने वीसी ली थी। वीसी में जिला पंचायत प्रशासकीय समिति की अध्यक्ष मनीषा यादव, उपाध्यक्ष शांतिशरण गौतम सहित अधिकारी मौजूद थे। इसी दौरान इंजेक्शन की मांग लेकर आए लोग एनआइसी कक्ष के बाहर इक_ी हो गए। भीड़ के आक्रोश को देखकर अधिकारी और जनप्रतिनिधि कुछ देर के लिए सकते में आ गए। बाद में प्रशासकीय समिति के उपाध्यक्ष शांतीशरण गौतम ने लोगों को धैर्य बनाए रखने की समझाइश दी। इस पर आक्रोशित लोगों ने इंजेक्शन की कालाबाजारी का आरोप लगाया तो उपाध्यक्ष ने कहा कि अगर कोई ज्यादा राशि में इंजेक्शन विक्रय कर रहा है तो उसकी प्रूफ सहित जानकारी दें ताकि कार्रवाई हो सके। इस पर अधिकतर लोग चुप्पी साध गए। बाद में सभी को फिर से समझाइश देकर मुसीबत के समय में सहयोग करने का अनुरोध किया तो कुछ लोग आंखों में आंसू लिए वहां से वापस चले गए।

संगीनों के पहरे में मिलेगा रेमडेसिविर इंजेक्शन
कोरेाना संक्रमण से बचाव के लिए रामबाण कहे जाने वाला रेमेडेसिविर इंजेक्शन अब पुलिस की निगरानी में जरूरतमंद तक पहुंचेगा। प्रशासन ने यह कदम इंजेक्शन की कालाबाजारी रोकने के लिए उठाया। प्रशासन द्वारा बनाई गई समिति के सदस्यों से कोई विवाद न करे इसीलिए अस्पतालों में कमेटी के साथ पुलिस भी जाएगी। इसके लिए एसमी अमित सांघी तय करेंगे कि कमेटी के साथ किन पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो