विद्यार्थियों से ली फीस और शिक्षकों का वेतन लेकर गायब हो गया एनजीओ
ग्वालियरPublished: Jun 23, 2021 11:33:29 pm
प्रत्येक छात्र से 92 रुपए लेकर तीन माह तक पढ़ाना था
विद्यार्थियों से ली फीस और शिक्षकों का वेतन लेकर गायब हो गया एनजीओ
भिण्ड. जिले भर में गरीब तबके के बच्चों को ज्ञानधारा प्रोजेक्ट के तहत शिक्षा देने का आश्वासन देकर न केवल छात्र, छात्राओं से शिक्षण शुल्क बल्कि भर्ती किए गए शिक्षक व अन्य अधिकारियों की पगार लेकर एक एनजीओ गायब हो गया है।
धोखाधड़ी का शिकार हुए अभिषेक प्रताप सिंह परिहार निवासी शास्त्रीनगर भिण्ड के अनुसार कारोरी फाउण्डेशन के नाम से संचालित एनजीओ के डायरेक्टर रविकांत शर्मा व मोहन उपाध्याय द्वारा फरवरी 2021 में एनजीओ में काम करने के जिला अधिकारी, सुपरवायजर, खण्ड अधिकारी एवं शिक्षकों के जैसे विभिन्न पदों पर भर्ती की गई थी। अभिषेक प्रताप सिंह ने बताया कि उसने जिला अधिकारी पद के लिए साक्षात्कार दिया था। मार्च 2021 से उसे ज्वॉइनिंग देकर 16000 रुपए प्रतिमाह पगार का आश्वासन देकर काम शुरू करने के लिए कहा गया। उसे जिले के सभी विकाखण्डों में खण्ड अधिकारी नियुक्त करने के उपरांत सुपरवायजर व शिक्षक नियुक्त करने थे। ऐसे में अभिषेक प्रताप सिंह ने जिले भर में चार खण्ड अधिकारी, चार सुपरवायजर एवं छह शिक्षक भर्ती कर लिए।
तीन लाख से अधिक का वेतन बकाया
अभिषेक प्रताप सिंह के अनुसार उसके द्वारा भर्ती किए गए खण्ड अधिकारी और ब्लॉक ऑफीसर द्वारा भर्ती किए गए सुपर वायजर तथा सुपरवायजर्स द्वारा भर्ती किए गए शिक्षक अब अपने मातहत अधिकारियों से पगार के लिए चक्कर लगा रहे हैं। जिला अधिकारी को 16000, ब्लॉक ऑफीसर को 12000, सुपरवायजर को 7500 एवं शिक्षक को 1500 रुपए महीने पगार पर नियुक्त किया गया था। सभी अधिकारी व कर्मचारियों ने दो माह तक काम किया उसके बाद वेतन के रूप में एक रुपए हाथ नहीं आया है। वहीं छात्र, छात्राओं को शिक्षा भी तीन माह तक नहीं दी गई।
प्रदेश के अन्य जिलों में भी ऐसी ही तरह की धोखाधड़ी
कारोरी फाउण्डेशन की ओर से भिण्ड में ही नहीं बल्कि प्रदेश के सभी जिलों में इस तरह की धोखाधड़ी की गई है। इंदौर के विजयनगर थाने में विक्की खेड़े नामक व्यक्ति द्वारा पुलिस को शिकायत भी की गई है जिसके बाद एनजीओ की कारिस्तानी की जांच भी शुरू कर दी गई है। इधर भिण्ड जिले में नियुक्त किए गए अधिकारी कर्मचारियों ने भी एसपी को शिकायती आवेदन दिया है।