वहीं यहां आसपास के रहवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां कई लोग सार्वजनिक शौचालय का ही उपयोग करते हैं। एक ओर तो निगम द्वारा सभी से शौचालयों का उपयोग करने की बात कही जा रही है तो वहीं दूसरी ओर खुद निगम ही इनके उपयोग से लोगों को वंचित कर रही है। जितेन्द्र कटारिया ने बताया कि वह जब शौचालय का उपयोग करने पहुंचे तो वहां बैठे व्यक्ति ने उपयोग करने से मना कर दिया और खुले में ही पेशाब करने के लिए सीख दी।