विगत दिवस हुई बैठक में कलेक्टर राहुल जैन बिजली कंपनी के अधिकारियों को सिंचाई के लिए बिजली देने का निर्देश दे चुके हैं, इसके बाद भी कंपनी के अधिकारियों ने गांवों की बिजली आपूर्ति बहाल नहीं की है। खास बात यह है कि 26अगस्त और 24 सितंबर को हुई जिला योजना समिति की बैठकों में बिजली बड़ा मुद्दा बनी थी, जिसमें प्रभारी मंत्री ने कलेक्टर को समस्या का समाधान करवाने के निर्देश दिए थे।
अब 27 दिसंबर को फिर से जियोस की बैठक होगी, जिसमें कृषि, पानी और बिजली को फिर से एजेंडे में रखा गया है। इस बार भी सिंचाई के लिए बिजली का सही निर्णय नहीं हुआ तो लगातार पांच साल से परेशान किसानों के सामने एक बार फिर से संकट खड़ा होने की संभावना है।
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अब तक हुआ ये
भितरवार विधायक लाखन सिंह यादव ने क्षेत्र के लगभग ४० गांवों में बिजली की सही आपूर्ति न होने का आरोप लगाया था।
प्रभारी मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने नाराजगी जाहिर करते हुए कलेक्टर से कहा था कि बिजली आपूर्ति को सही करने के लिए सीएमडी और बिजली अधिकारियों की अलग से बैठक लेकर समस्या का समाधान कराया जाए। बिजली कंपनी के अधिकारियों ने स्वीकार किया था कि अटल ज्योति योजना में खंभे लगाने का काम वन विभाग द्वारा रोक दिया गया है। अब टोपो सीट पर प्रस्ताव बनाकर वन मंडलाधिकारी को भेजा जा रहा है।
27 सितंबर के निर्देश और समस्या
-विधायक भारत सिंह ने ग्रामीण क्षेत्र में बिजली न आने को लेकर आरोप लगाते हुए कहा था कि गांवों में पर्याप्त बिजली नहीं आ रही है। कई गांव एेसे हैं, जिनमें बिजली नहीं है। शहरी क्षेत्र में भी स्पॉट बिलिंग को लेकर शिकायतें प्राप्त हो रही हैं।
-प्रभारी मंत्री बिसेन ने बिजली कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि शहर और ग्रामीण जहां भी बिजली की समस्या है, वहां नए सब स्टेशन के प्रस्ताव तैयार कर निर्माण कार्य कराए जाएं। आम जनता को परेशानी नहीं होना चाहिए।