मरीज की जानकारी न देने वाले अस्पताल होंगे सील
कोरोना संक्रमित मरीज का बड़ा कारण गंभीर मरीजों का देर से अस्पताल पहुंचा है। कलेक्टर ने कहा कि यह लगातार सामने आया है कि गंभीर हालत में आए मरीज पहले निजी अस्पतालों में बीमारी का इलाज कराते रहते हैं, बाद में सरकारी अस्पताल पहुंचते हैं, इसलिए अब सभी निजी अस्पताल हर दिन स्मार्ट सिटी के के कमांड सेंटर में मरीजों की जानकारी देंगे। जो जानकारी नहीं देगा वह निजी अस्पताल सील किया जाएगा। इसके साथ ही शहर में दुकानदारों अगर सोशल डिस्टेंसिंग सहित कोविड गाइडलाइन का पालन न किया तो दुकान सील कर दी जाएगी।
यह दिए हैं निर्देश
– कंटेनमेंट जोन में पुख्ता बैरिकेड लगवाकर कोरोना गाइडलाइन का कड़ाई से पालन कराया जाएगा।
– प्रतिबंधित क्षेत्र के घरों में खान-पान सामग्री की आपूर्ति सप्लाई चैन के माध्यम से होगी।
– संक्रमित मरीज के क्लोज कॉन्टेक्ट वालों की जांच अनिवार्य होगी।
– सस्पेक्टेड लोगों की मर्जी के हिसाब से सरकारी या पेड सेंटर में ठहरने की अनुमति रहेगी।
– पुलिस कर्मी हर दिन की गतिविधि दर्ज करने के लिए बुकलेट रखेंगे। इसमें अधिकारियों के निरीक्षण, सेनेटाइजेशन और सप्लाई चेन की जानकारी भरी जाएगी।
– बैंक सहित अन्य वित्तीय संस्थाओं में कोरोना संक्रमित अधिक निकले हैं, इसलिए सभी बैंकर्स को गाइडलाइन का पालन सख्ती से करने के निर्देश दिए गए हैं।
– बैंकों मेंं गाइडलाइन का पालन होता न मिला तो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
– मरीजों को पहुंचाने के लिए पांच एंबुलेंस 24 घंटे तैयार रहेंगीं।