राष्ट्रीय राजमार्ग पर जगह-जगह सडक़ टूटी है। पुरानी छावनी से गोला का मंदिर तक सडक़ पिछले डेढ़ साल से तैयार नहीं हो सकी है। भिंड सीमा में बरहद, मेहगांव, फूप क्षेत्र के आसपास कई जगह सडक़ उखड़ी हुई है। यहां डामर डालकर गड्ढों को बंद कर दिया जाता है, जिससे सडक़ पुन: उखड़ जाती है। 112 किलोमीटर लंबी सडक़ में करीब 18 किलोमीटर सडक़ पर गड्ढे हैं।
शहरी क्षेत्र में कई जगह सडक़ उखड़ी है। मोड़ हो या फिर कॉलोनी, अन्य सडक़ें जुड़ती हैं जो दुर्घटना का कारण बनती हैं। इस सडक़ पर मलगढ़ा, जलालपुर चौराहा, तलवार वाले हनुमान मंदिर, कुंज विहार कॉलोनी, पिंटो पार्क, धर्मवीर पेट्रोल पंप, वायु सेना क्षेत्र के नजदीक दुर्घटनाओं से बचाने के लिए संकेतक लगाए जाने चाहिए, इन्हें लगाने में एमपीआरडीसी के अफसर रुचि नहीं ले रहे हैं।
मैंने 28 फरवरी को ज्वॉइंनिंग ली है। सडक़ का निरीक्षण करूंगा। गोला का मंदिर के पास बने स्पीड ब्रेकर नगरीय प्रशासन की ओर से बनाए गए हैं, यह क्यों बनाए गए, इसकी जानकारी ले रहा हूं।
आरसी मिश्रा, प्रबंधक, चंबल संभाग, एमपीआरडीसी