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जिले में इस बार बारिश की स्थिति अच्छी नहीं है। जिले में अब तक औसत बारिश की आधी बारिश नहीं हो पाई है। बारिश न हो पाने की वजह से जहां ताल-तलैया सूखे पड़े हैं वहीं फसलों के लिए खतरा मंडरा रहा है। बारिश न होने से किसान चिंतित होने लगे हैं। बारिश न होने की वजह से खरीफ फसलों के साथ किसानों को रवि सीजन की फसलों की भी चिंता सताने लगी है। अगर बारिश नहीं हुई तो रवि सीजन के लिए किसानों के लिए सिचाई का संकट खड़ा हो जाएगा। बारिश न होने से वाटर लेवल भी ऊपर नहीं आ पाया है।
जिले में इस बार बारिश की स्थिति अच्छी नहीं है। जिले में अब तक औसत बारिश की आधी बारिश नहीं हो पाई है। बारिश न हो पाने की वजह से जहां ताल-तलैया सूखे पड़े हैं वहीं फसलों के लिए खतरा मंडरा रहा है। बारिश न होने से किसान चिंतित होने लगे हैं। बारिश न होने की वजह से खरीफ फसलों के साथ किसानों को रवि सीजन की फसलों की भी चिंता सताने लगी है। अगर बारिश नहीं हुई तो रवि सीजन के लिए किसानों के लिए सिचाई का संकट खड़ा हो जाएगा। बारिश न होने से वाटर लेवल भी ऊपर नहीं आ पाया है।
सूख रहीं फसलें
पर्याप्त बारिश न होने के कारण किसानों के खेत में खड़ी उड़द, मूंग, मूंगफली सभी फसलें सूखने की कगार पर पहुंच चुकी हैं। जिन गांवों में बारिश हो चुकी है वहां तो अभी स्थिति ज्यादा खराब नहीं है लेकिन जहां कुछ दिनों से बारिश नहीं हुई है वहां स्थिति खराब है। अगर दो दिन और बारिश नहीं हुई तो फसलों को नुकसान होना तय है।
जिले में बारिश की स्थिति
870.8 मिलीमीटर औसत बारिश है जिले की
664.0 मिलीमीटर बारिश हुई थी पिछले साल
470.3 मिलीमीटर बारिश हुई थी जिले में गत वर्ष १७ अगस्त तक
383.0 मिलीमीटर बारिश हुई है जिले में अब तक
43.9 मिलीमीटर औसत बारिश हुई है जिले में अब तक
870.8 मिलीमीटर औसत बारिश है जिले की
664.0 मिलीमीटर बारिश हुई थी पिछले साल
470.3 मिलीमीटर बारिश हुई थी जिले में गत वर्ष १७ अगस्त तक
383.0 मिलीमीटर बारिश हुई है जिले में अब तक
43.9 मिलीमीटर औसत बारिश हुई है जिले में अब तक
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बारिश कम होने और कुछ दिनों से बारिश न होने के कारण किसानों के खेतों में खड़ी उड़द पीली पडऩे लगी हैं। उड़द पीली पडऩे की बजह से उत्पादन पर भी असर आएगा। सबसे ज्यादा स्थिति जिगना व आसपास के क्षेत्रों में हैं।
बारिश कम होने और कुछ दिनों से बारिश न होने के कारण किसानों के खेतों में खड़ी उड़द पीली पडऩे लगी हैं। उड़द पीली पडऩे की बजह से उत्पादन पर भी असर आएगा। सबसे ज्यादा स्थिति जिगना व आसपास के क्षेत्रों में हैं।
“जिले में बारिश की स्थिति अच्छी अभी नहीं है। यह स्थिति बुंदेलखंड क्षेत्र की है। अगर बारिश नहीं होती है और तालाब नहीं भरते हैं तो आगामी रवि सीजन में परेशानी आएगी। अभी और बारिश होने की उम्मीद है।”
एसपी तिवारी प्रधान वैज्ञानिक मृदा एवं जल संरक्षण अनुसंधान केंद्र
एसपी तिवारी प्रधान वैज्ञानिक मृदा एवं जल संरक्षण अनुसंधान केंद्र
“जहां पानी बारिश गया है वहां तो अभी स्थिति ठीक है लेकिन जहां पानी नहीं बरसा है वहां सभी फसलों को नुकसान की आशंका है। अगर दो दिन में पानी नहीं बरसा तो उड़द, मंूग और मूंगफली को नुकसान हो सकता है।”
आर के एस तोमर प्रधान वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र
“अभी पेयजल अभाव ग्रस्त की स्थिति तो नहीं है। हालांकि बारिश जरूर अभी कम हुई है। सूखे के संबंध में शासन की ओर से कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुई है। अगर ऐसी स्थिति बनती है और शासन के निर्देश आते हैं तो प्रस्ताव भेजा जाएगा।”
आशीष कुमार गुप्ता अपर कलेक्टर