scriptMP के इस जिले के 31 स्कूलों में नहीं हैं टॉयलेट, बच्चों को शौच के लिए जाना पड़ता है यहां | no toilet in schools student had to go outside for toilet | Patrika News

MP के इस जिले के 31 स्कूलों में नहीं हैं टॉयलेट, बच्चों को शौच के लिए जाना पड़ता है यहां

locationग्वालियरPublished: Dec 14, 2017 05:27:25 pm

Submitted by:

shyamendra parihar

घरों और गांवों में शत-प्रतिशत शौचालय बनना तो दूर, अभी शासकीय स्कूलों ही शौचालय नहीं बन पाए हैं।

swachh bharat abhiyan, no toilets in school, toilet numbers in sheopur, no toilet in primary school, toilet buiding, pm modi scheme, gwalior news, gwalior news in hindi, mp news

ग्वालियर/श्योपुर। भले ही प्रधानमंत्री खुले से शौच मुक्त भारत का सपना दिखा रहे हों, लेकिन घरों और गांवों में शत-प्रतिशत शौचालय बनना तो दूर, अभी शासकीय स्कूलों ही शौचालय नहीं बन पाए हैं। स्थिति यह है कि जिले के ही 31 प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालय अभी भी ऐसे हैं, जो शौचालय विहीन हैं। जिसके चलते बच्चे खुले में शौच और लघु शंका के लिए जा रहे हैं। ऐसे में कहें कि स्कूल ही बच्चों को खुले में शौच करना सिखा रहे हैं तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।

 

बहन ससुराल में कर रही थी इंतजार और हादसे में जिंदा जल गया भाई, कमजोर दिल वाले न देखें तस्वीरें, दिल दहला लेगा ये मंजर

बताया गया है कि वर्ष 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने स्कूलों में शौचालय निर्माण की रिपोर्ट राज्यों से तलब की, जिसमें मध्यप्रदेश की ओर से सरकारी स्कूलों में शत-प्रतिशत शौचालय होने की बात कही गई। यही नहीं श्योपुर जिले में सरकारी स्कूलों में शत-प्रतिशत शौचालय बनना बताया गया। लेकिन वर्तमान में जिले में संचालित 1159 स्कूलों (प्राथमिक और माध्यमिक) में से अभी भी 31 स्कूल ऐसे हैं, जिनमें शौचालय नहीं है।

 

हड्डियां कंपाने वाली सर्दी में ये पार्षद पानी में बैठा आमरण अनशन पर, घंटों बाद पहुंचे अधिकार फिर हुआ ये

 

विशेष बात यह है कि इन 31 स्कूलों में से 15 बालक और 16 बालिका स्कूल शौचालय विहीन बताए जा रहे हैं। हालांकि अब अफसर इन स्कूलों में शौचालय निर्माण और राशि जारी करने की बात कर रहे हैं, लेकिन विभागीय लापरवाही साफ झलकती है कि जिले के सरकारी स्कूलों में शत-प्रतिशत शौचालयों के दावों के बीच ये 31 स्कूल मुंह चिढ़ा रहे हैं।


अब जारी होंगे 40 लाख
बताया गया है कि शौचालय विहीन इन स्कूलों के लिए अब जिला शिक्षा केंद्र द्वारा लगभग 40 लाख रुपए की राशि जारी की जा रही है। इनमें बालक शौचालय के लिए जहां 1 लाख 24 हजार और बालिका शौचालय के लिए 1 लाख 33 हजार रुपए की राशि जारी होगी। इस लिहाज से 15 बालक और 16 बालिका शौचालय के लिए 39 लाख 8 8 हजार रुपए जारी होंगे।

“जिन स्कूलों में शौचालय नहीं है, वहां स्वीकृत हो गए हैं और हम बालक शौचालय के मान से 1.24 लाख और बालिका शौचालय के मान से 1.33 लाख रुपए जारी किए जा रहे हैं।”
हरिशंकर जाटव, प्रभारी निर्माण शाखा, जिला शिक्षा केंद्र श्योपुर

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो