इन विभागों में सबसे ज्यादा पैंडेंसी
– अनुसूचित जाति कल्याण विभाग में 679 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से 499 एल-4 अधिकारी के खाते में हैं।
– ऊर्जा विभाग में 458 शिकायतें पैंडिंग हैं। इनमें से 340 एल-1 अधिकारी के खाते में हैं।
– खाद्य आपूर्ति विभाग में 1412 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से 882 एल-4 अधिकारी के खाते में हैं।
– पुलिस विभाग में 1008 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से एल-1 पर 431 और एल-4 अधिकारी के खाते में 415 दर्ज हैं।
– राजस्व विभाग में 1988 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से 1530 एल-1 पर लंबित हैं।
– लोक स्वास्थ्य विभाग में 579 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से 250 एल-4 पर लंबित हैं।
– नगरीय निकाय विभाग में 611 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से 395 एल-1 पर लंबित हैं।
– पंचायतीराज विभाग में 321 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से 154 एल-1 पर लंबित हैं।
– प्राकृतिक प्रकोप राहत राशि की 206 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से 111 शिकायतें एल-1 पर लंबित हैं।
– जिला अस्पताल की 232 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से 138 शिकायतें एल-4 पर लंबित हैं।
– छात्रवृत्ति एवं आवास सहायता की 151 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से 61 एल-1 पर और 40 एल-4 पर लंबित हैं।
– जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र की 32 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से एल-1 पर 30 शिकायतें लंबित हैं।
– राजस्व विभाग की शिकायतों को निराकृत करने के लिए शहर के 4 और ग्रामीण अंचल के 4 एसडीएम, 8 तहसीलदारों के अलावा नायब तहसीलदारों की जिम्मेदारी है।
– शिकायतों का निराकरण करने के लिए बिजली कंपनी, नगर निगम, पंचायतीराज, आदिम जाति कल्याण सहित अन्य विभागों में सभी विभाग प्रमुखों की जिम्मेदारी है।
नगर निगम
– स्वास्थ्य और साफ सफाई विभाग में 545 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से 434 एल-1 पर लंबित हैं।
– पेयजल विभाग में 311 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से एल-1 पर 255 लंबित हैं।
– सिविल विभाग में 197 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से 97 शिकायतें एल-1 पर लंबित हैं।
– प्रकाश विभाग में 575 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से 314 शिकायतें एल-1 पर लंबित हैं।
– स्मार्ट सिटी में 210 शिकायतें लंबित हैं। इनमें से 160 शिकायतें एल-1 पर लंबित हैं।