विज्ञापन देकर मांगे थे आवेदन कुलपति दुरेहा के कार्यकाल समाप्त होने के बाद एलएनआईपीई में कुलपति की स्थाई नियुक्ति के लिए मंत्रालय ने आवेदन मांगे थे। जिसमें कई प्रोफसर ने आवेदन किए थे। आवेदन आने के बाद उनके नामों को कमेटी ने छांट लिया था और उन नामों इंटरव्यू करना था, लेकिन इसके बाद केन्द्रीय खेल मंत्री को हटा दिया और कोविड-19 के कारण प्रक्रिया ठंडे बस्ते में चली गई।
फिर प्रभारी कुलपति के हाथों में रहेगी कमान प्रभारी कुलपति प्रो. एस मुखर्जी ने सितंबर-20 में कार्यभार ग्रहण किया था। प्रभारी कुलपति का कार्यकाल छह महीने का था और मार्च में समाप्त हो गया था, लेकिन उसके बाद फिर से उनके कार्यकाल को बढ़ा दिया गया, लेकिन अब प्रभारी कुलपति मुखर्जी सितंबर माह में सेवानिवृत्त हो गए और उसके बाद पूर्व कुलसचिव प्रो. एलएन सरकार को प्रभारी कुलपति की जिम्मेदारी सौंपी गई उसके बाद वे भी सेवानिवृत्त हो गए। अब वर्तमान में प्रो. विवेक पांडेय को कार्यवाहक कुलपति के रूप में चार्ज दे रखा है। संभवत: एक-दो महीने में कौन कुलपति होगा तय हो जाएगा।
स्थाई कुलपति न होने से ये हो परेशानियां एलएनआईपीई में स्थाई कुलपति नहीं होने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां नई नियुक्ति नहीं हो पा रही है। इसके अलावा नए निर्माण भी नहीं हो पा रहे हैं। कई महत्वपूर्ण निर्णय के लिए मंत्रालय को भेजना पड़ रहे है, जिसमें काफी समय लग रहा है।
करीब तीन साल से प्रभारी कुलसचिव एलएनआईपीई में प्रभारी कुलपति के साथ ही प्रभारी कुलसचिव के भरोसे चल रहा है। यहां कुलसचिव का भी पद करीब तीन साल से खाली पड़ा हुआ है। यह स्थाई कुलसचिव के रूप में जनक थे, लेकिन उन्होंने भी पांच माह में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था उसके बाद अब तक प्रभारी कुल सचिव के भरोसे ही संस्थान चल रहा है।