नोटिस के 7 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं
ईको ग्रीन कंपनी ने पूरा ऑपरेशन बंद कर दिया है। इसको लेकर निगम ने 9 अक्टूबर को नोटिस जारी कर 24 घंटे में कंपनी को कार्य करने के निर्देश दिए। ऐसा नहीं करने पर टेंडर निरस्त करने की चेतावनी दी, लेकिन यह सिर्फ दिखावा साबित हुआ और 7 दिन बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
निगम के पाले में गेंद
निगमायुक्त संदीप माकिन ने कंपनी पर कार्रवाई खुद न करते हुए मामले में कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह को पत्र भेजकर एस्मा लगाने के लिए कहा, लेकिन यह मामला तब उल्टा पड़ गया जब कलेक्टर ने निगम को कंपनी पर एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए। अब प्रशासन ने कार्रवाई के लिए गेंद निगम के पाले में डाल दी है।
प्रशासक और निगमायुक्त के बीच फंसा मामला
ईको ग्रीन कंपनी पर कार्रवाई का मामला निगमायुक्त संदीप माकिन और प्रशासक आशीष सक्सेना के बीच फंसा हुआ है। निगमायुक्त कंपनी पर कार्रवाई प्रशासक द्वारा किए जाने की बात करते हैं तो वहीं प्रशासक इस मामले में पूरी तरह से जिम्मेदारी नगर निगम आयुक्त पर डाल देते हैं। प्रशासक के अनुसार कार्रवाई के लिए उनके पास कोई प्रस्ताव पेंडिंग नहीं है। ऐसे में यह समझ से परे हैं कि निगमायुक्त कंपनी पर कार्रवाई नहीं करना चाहते या फिर प्रशासक। हालांकि प्रशासक ने मामले में वैज्ञानिक सलाह लेकर कार्रवाई करने की बात कही है।
सीधी बात
आशीष सक्सेना, प्रशासक, नगर निगम से सीधी बात
सवाल: शहर की सफाई व्यवस्था कब ढर्रे पर आएगी?
जवाब: हम प्रयास कर रहे है जल्द ही इसे सुधारा जाएगा।
सवाल: कंपनी पर अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई?
जवाब: इसको लेकर हम वैधानिक राय ले रहे हैं और जो भी उचित होगा उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
सवाल: कंपनी पर कार्रवाई या फिर व्यवस्था सुधारने में कितना समय लगेगा?
जवाब: मैं यह नहीं बता सकता कि कितना समय लगेगा, फिलहाल यही कह सकता हूं कि हम प्रयास कर रहे हैं।