कार्यक्रम की अध्यक्षता डीआरडीओ के डायरेक्टर डॉ. डीके दुबे ने की। गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में जीआरएमसी की डीन डॉ. सरोज कोठारी, डीआरडीओ के असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ. एके गुप्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम के प्रारंभ में कॉन्फ्रेंस की सोविनियर एवं वर्ष 2020 के वार्षिक कैलेंडर का लोकार्पण हुआ। डॉ. दुबे ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में मिल रहे ज्ञान को बुद्धिमत्ता में रूपांतरित करना चाहिए, ताकि उससे समाज लाभान्वित हो सके। डॉ. कोठारी ने बताया कि नर्सिंग एक पवित्र प्रोफेशन है एवं इसे मानव सेवा मानकर सम्पादित करना चाहिए। संस्थान के चेयरमैन डॉ. सुनील राठौर ने महाविद्यालय की स्थापना से लेकर अभी तक की शैक्षणिक यात्रा पर प्रकाश डाला।
आज भी रिसर्च पेपर होंगे प्रस्तुत नेशनल कान्फ्रेंस में नई दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान, मप्र एवं उप्र के व्याख्याता भाग ले रहें हैं, जो रविवार को भी अपने शोधों से सम्बन्धित पत्र प्रस्तुत करेंगे। इसके अतिरिक्त देश के विभिन्न राज्यों से 400 से अधिक स्टूडेंट्स भाग ले रहे हैं। इस अवसर पर संस्थान की चेयरपर्सन सरोज राठौर, ग्रुप निदेशक डॉ. प्रज्ञा सिंह, नर्सिंग डायरेक्टर जयश्री अजित आदि उपस्थित रहे।