एएसपी यातायात पंकज पांडेय का कहना था कि समाधि स्थल के सामने सवारी वाहनों के रुकने की जगह तय की जाए, इसलिए मैदान से सटी सडक़ के किनारे लोहे के पिलर जमीन में ठोके जाएं, स्टेशन की तरफ से आने वाले टेंपो और सवारी वाहन उनके पीछे कतार में खड़े हों। इस पर निगम अधिकारियों ने हामी भरी और तय किया कि लोगों को खड़े होने के लिए रैंप भी बनाया जाएगा।
शिंदे की छावनी चौराहे पर पुलिस ने लोहे के बेरीकेड्स और स्टॉपर रखे हैं, जो शहर की सुदंरता तो बिगाड रहे हैं, जाम की जड़ भी बन रहे हैं, इसलिए इन्हें हटाया जाएगा, यहां ट्रैफिक सिग्नल लगेगा। इस पर पुलिस अधिकारियों का कहना था कि वह नगर निगम को बताएंगे कि सिग्नल कहां और कैसे लगाना है। ट्रैफिक पुलिस का कहना था कि शिंदे की छावनी से रामदास घाटी रूट पर दोनों तरफ के ट्रैफिक को सलीके से चलाने के लिए उन्हें 150 स्टॉपर और डिवाइडर रखने पड़े हैं, निगम अधिकारियों ने कहा पुलिस इन्हें उठा ले, सडक़ के बीच में सीमेंट के ब्लॉक रख देते हैं।
-शिंदे की छावनी पुलिस चौकी को तोडक़र छोटा किया जाएगा।
-नौगजा रोड और भारत टॉकीज के रास्ते को वन वे किया जाएगा। नगर निगम रास्ते से अतिक्रमण हटाएगी।
-गणेश मंदिर से नौगजा रोड जाने वाले रास्ते पर लोहे के स्थायी बेरीकेड्स सडक़ के बीच में लगाए जाएंगे, जिससे चार पहिया वाहन इस रास्ते नहीं निकल सकें।
– शिंदे की छावनी से हाथ ठेले हॉकर जोन में पहुंचाए जाएंगे। एनाउंस कर ठेला कारोबारियों को हिदायत दी जाएगी, हॉकर जॉन में नहीं जाने पर निगम का मदाखलत अमला उठा लेगा।
नगर निगम आयुक्त विनोद शर्मा, एसपी नवनीत भसीन, स्मार्ट सिटी सीईओ महीप तेजस्वी, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी एमपी सिंह, एएसपी ट्रैफिक पंकज पाण्डेय, एएसपी सत्येन्द्र तोमर और डीएसपी ट्रैफिक विक्रम सिंह कनपुरिया ने ट्रैफिक को सुचारू चलाने के लिए मंथन किया।
शुक्रवार को प्रशासन और पुलिस ने ज्वॉइंट ऑपरेशन में जिन रास्तों को परखा है, उनमें यातायात को सुचारू संचालित करने के लिए क्या और किया जा सकता है, इसे लेकर शनिवार को बैठक करेंगे। उसके आधार पर रणनीति तय होगी। इसके अलावा नया रेलवे आरओबी भी तैयार है। राजा मानसिंह तोमर चौराहे से निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज, सिंधिया स्कूल तिराहा तक यातायात ट्रैफिक सिग्नल से संचालित होगा।
नवनीत भसीन, एसपी ग्वालियर