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धक्का देने पर आवेश में आए डॉक्टर ने अफसर पत्नी का गला घोंटा, लाश बोरे में ठूंस लगाई आग

locationग्वालियरPublished: Jan 17, 2021 06:52:31 pm

वेटनरी डॉक्टर ने लैंड रेकॉर्ड में सहायक लेखा अधिकारी पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी, फिर उसके शव को बोरे में ठूंस कर एक्टिवा स्कूटर पर …

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धक्का देने पर आवेश में आए डॉक्टर ने अफसर पत्नी का गला घोंटा, लाश बोरे में ठूंस लगाई आग

ग्वालियर. वेटनरी डॉक्टर ने लैंड रेकॉर्ड में सहायक लेखा अधिकारी पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी, फिर उसके शव को बोरे में ठूंस कर एक्टिवा स्कूटर पर लादा। न्यू कलेक्ट्रेट के पास जंगली हिस्से में ले जाकर शव पर पेट्रोल छिड़ककर जला दिया। शनिवार दोपहर को महिला का अधजला शव वहां से निकलने वालों को दिखा तो नृशंस हत्या पता चली। जुर्म को छिपाने के लिए डॉ. ने थाटीपुर थाने जाकर पत्नी के गुम होने की शिकायत दर्ज कराई, फिर आधी रात को एसपी अमित सांघी को फोन पत्नी की तलाश में लापरवाही की चुगली भी की, लेकिन जुर्म छिपा नहीं। महिला का शव मिलने के बाद कहानी खुल गई। पत्नी की हत्या के आरोप में पुलिस ने पति को राउंडअप किया है।
पुलिस ने बताया कि दर्पण कॉलोनी के एचआइजी 1103 में रहने वाले संजय सिंह बैस की पत्नी सूर्या की नृशंस हत्या हो गई। सूर्या मूलत: सागर की रहने वाली थीं। डेढ़ साल पहले उनकी शादी संजय से हुई थी। संजय भांडेर दतिया में पशु चिकित्सक हैं। सूर्या भू अभिलेख एवं बंदोबस्त में सहायक लेखा अधिकारी थीं। शनिवार को उनका अधजला शव कैलाश विहार कॉलोनी के पीछे जंगली हिस्से में पड़ा मिला है। आसपास रहने वालों से घटना पुलिस को पता चली। शव के पास प्लास्टिक की दो खाली बोतल पड़ी थीं। इससे जाहिर था शव को यहां लाकर पेट्रोल से जलाने की कोशिश की गई है, लेकिन हत्या करने वाला शव को जला नहीं पाया है। शुरूआत में शव की पहचान नहीं हो पाई। करीब एक घंटे बाद पता चला कि मृतका का हुलिया ओर कपड़ों से मेल खाने वाली सूर्या सिंह शुक्रवार शाम से लापता है।
शव देखकर मुकरा पति, सहयोगियों ने पहचाना
पुलिस ने बताया संजय ने शव को देखकर पहचानने से मना कर दिया। वारदात पता चलने पर सूर्या की बहन और भाई भी आ गए। उन्होंने सोने की अंगूठी से पहचान लिया कि शव सूर्या का ही है। संजय झूठ बोल रहे हैं, पुलिस ने भांप लिया। उन्हें रांउडअप कर थाने ले गई। रात तक जुर्म को छिपाने की कोशिश की लेकिन फिर टूट कर सच बयां कर दिया। उसने पुलिस को बताया कि पत्नी सूर्या भी सरकारी नौकरी में थीं, इसलिए उन्हें तबज्जो नहीं देती थीं। दोनों में वर्चस्व को लेकर विवाद होता था। शुक्रवार रात को भी दोनों में झगड़ा हुआ। सूर्या ने गुस्से में उन्हें धक्का दे दिया। पत्नी के रवैये से वह आवेश में आकर उनका गला दबा कर मार डाला।

बोरे में शव को ठूंसा, पेट्रोल खरीदा और ले जाकर फूंका
संजय ने पुलिस को बताया कि हत्या के बाद शव को बोरे में ठूंसकर एक्टिवा स्कूटर पर आगे रखा। सिटी सेंटर में पेट्रोल पंप से दो लीटर पैट्रोल खरीदा। शव को न्यू कलेक्ट्रेट के पास जंगली हिस्से में ले जाकर झाडिय़ों के बीच पटका। दोनों बोतलों में भरा पेट्रोल उसके ऊपर उड़ेल कर आग लगाई। आसपास बस्ती थी तो वहां ज्यादा देर रुकने पर पकडे जाने का डर था, उम्मीद थी कि शव का उपरी हिस्सा जल जाएगा तो उसकी पहचान नहीं होगी।

थाने जाकर गुमइंसान दर्ज कराया
हत्या के बाद थाने जाकर पुलिस से कहा कि उनकी पत्नी सुबह मोतीमहल डयूटी गई थीं। वहां से वापस नहीं लौटी हैं। शक नहीं हो इसलिए थाने में काफी हो हल्ला भी किया। गुमइंसान दर्ज होने के बाद एसपी सांघी को फोन लगाकर कहा कि पुलिस उनकी पत्नी को तलाशने में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है वह कार्रवाई के लिए बोलें।
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