जाम न लगे, इसलिए लगाई रस्सी
यात्रा के दौरान सडक़ पर जाम न लगे, इसके लिए दिव्य ज्योति जाग्रति संस्था के स्वयंसेवकों ने रस्सी से कलश यात्रियों को कवर कर रखा था। यात्रा मार्ग में स्वयंसेवक एवं बच्चे लोगों को कथा की पेंपलेट वितरित कर कथा में आमंत्रण दे रहे थे। इस दौरान युवा हाथ में धर्मध्वजा लेकर चल रहे थे।
यात्रा के दौरान सडक़ पर जाम न लगे, इसके लिए दिव्य ज्योति जाग्रति संस्था के स्वयंसेवकों ने रस्सी से कलश यात्रियों को कवर कर रखा था। यात्रा मार्ग में स्वयंसेवक एवं बच्चे लोगों को कथा की पेंपलेट वितरित कर कथा में आमंत्रण दे रहे थे। इस दौरान युवा हाथ में धर्मध्वजा लेकर चल रहे थे।
शिव विवाह से शुरू होगी राम कथा
कथा का आरंभ हर रोज देवी पूजन एवं समापन आरती से होगी। 4 जून को श्रीराम कथा महात्म एवं भगवान शिव पार्वती विवाह के साथ कथा का शुभारंभ होगा। 5 को श्रीराम का प्राकट्योत्सव एवं बाल लीलाएं, 6 को सीताराम का विवाह, 7 को वनगमन व भरत मिलाप, 8 को बाली वध, सुंदरकांड प्रसंग, 9 को रावण वध एवं 10 को श्रीराम के राज्याभिषेक के साथ कथा विराम होगा।
कथा का आरंभ हर रोज देवी पूजन एवं समापन आरती से होगी। 4 जून को श्रीराम कथा महात्म एवं भगवान शिव पार्वती विवाह के साथ कथा का शुभारंभ होगा। 5 को श्रीराम का प्राकट्योत्सव एवं बाल लीलाएं, 6 को सीताराम का विवाह, 7 को वनगमन व भरत मिलाप, 8 को बाली वध, सुंदरकांड प्रसंग, 9 को रावण वध एवं 10 को श्रीराम के राज्याभिषेक के साथ कथा विराम होगा।
प्लास्टिक मुक्त रहेगा पांडाल
वातानुकूलित डोम में विदुषी दीपिका भारती 4 से 10 जून तक रामकथा की अमृतवर्षा करेंगी। कथा पांडाल में दो बड़े स्क्रीन लगाए गए हैं। गर्मी को दृष्टिगत रखते हुए समूचे पांडाल में विशाल कूलर एवं पंखे लगाए गए हैं। श्रोताओं के लिए शीतल पेयजल की व्यवस्था रहेगी, इसके साथ ही पांडाल पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त रहेगा। जो लोग प्लास्टिक बैग में प्रसाद आदि लेकर जाएंगे, स्वयंसेवक पॉलीबैग को डस्टबिन में फेंककर उन्हें कपड़ा का बैग प्रदान करेंगे।
वातानुकूलित डोम में विदुषी दीपिका भारती 4 से 10 जून तक रामकथा की अमृतवर्षा करेंगी। कथा पांडाल में दो बड़े स्क्रीन लगाए गए हैं। गर्मी को दृष्टिगत रखते हुए समूचे पांडाल में विशाल कूलर एवं पंखे लगाए गए हैं। श्रोताओं के लिए शीतल पेयजल की व्यवस्था रहेगी, इसके साथ ही पांडाल पूरी तरह प्लास्टिक मुक्त रहेगा। जो लोग प्लास्टिक बैग में प्रसाद आदि लेकर जाएंगे, स्वयंसेवक पॉलीबैग को डस्टबिन में फेंककर उन्हें कपड़ा का बैग प्रदान करेंगे।