एक ने कहा 31 लाख की स्टांप ड्यूटी चोरी हुई, दूसरे नहीं माना नुकसान
ग्वालियरPublished: Sep 08, 2023 11:00:06 am
पंजीयन विभाग का एक और कारनामा, संपत्ति का हो चुका है बंटवारा, व्यवसायिक मानते हुए दिया था प्रस्ताव
- नौ गजा रोड की संपत्ति विक्रय का मामला


एक ने कहा 31 लाख की स्टांप ड्यूटी चोरी हुई, दूसरे नहीं माना नुकसान
ग्वालियर. जिला पंजीयन कार्यालय में एक संपत्ति को लेकर दो अधिकारी अलग मत है। उप पंजीयक ने जमीन को व्यसायिक मानते हुए 31 लाख 75 हजार रुपए रुपए की स्टांप का प्रस्ताव जिला पंजीयक के पास भेजा गया। स्टांप चोरी की इतनी बड़ी राशि होने के बाद जिला पंजीयक ने स्टांप ड्यूटी चोरी का प्रकरण दर्ज कर लिया। जिला पंजीयक व वरिष्ठ उप पंजीयक मौके पर निरीक्षण के लिए पहुंचे। उन्होंने संपत्ति को व्यवसायिक नहीं माना और रोड से अंदर बताते हुए स्टांप ड्यूटी चोरी नहीं मानी। सरकार को 31 लाख 75 हजार रुपए का सीधा नुकसान हो गया। स्टांप ड्यूटी का यह रुपया सरकार नहीं मिल सकती है, अपील की प्रक्रिया नहीं गई। संपत्ति नौगजा रोड पर है। होटल, मॉल पास में है। साथ ही गैरेज बने हुए हैं।
एक व्यवसायिक व दूसरी आवासीय मानी
- संपत्ति का दो हिस्सों में विक्रय किया गया। 31 मार्च 2023 को रजिस्ट्री हुई थी। संपत्ति की पहली रजिस्ट्री आई तो उप पंजीयक ने उसका निरीक्षण किया। उसे व्यवसायिक मानते हुए 31 लाख 75 हजार की अतिरिक्त स्टांप ड्यूटी चोरी मानी। जिला पंजीयक के पास प्रकरण दर्ज हो गया। इस संपत्ति की विक्रेता प्रकाशचंद्र जैन व खरीददार उमा जैन थीं।
- संपत्ति का दूसरा हिस्सा 20 अप्रैल 2023 को बिका। दूसरी रजिस्ट्री हुई तो उसका व्यवसायिक मानते हुए दस्तावेज पेश किया गया। इस संपत्ति का विक्रेता प्रकाश चंद्र जैन व खरीददार उमा जैन थीं।
- संपत्ति नौ गजा रोड पर है। चारों ओर से बाउंड्री है और लोहे का गेट लगा हुआ था। पास में होटल बना हुआ है। डीबी मॉल भी है। कॉर्नर का प्लाट है। नौ गजा रोड का मुख्य रास्ता है।
तथ्यों को छिपाकर की जा रहे हैं पंजीयन
-ग्वालियर में होने वाले दस्तावेजों के पंजीयन में तथ्यों को छिपाया जा रहा है। इस पूरे फर्जीवाड़े को दस्तावेज लेखक सहित जो बाहरी लोग काम कर रहे हैं, वह चला रहे हैं। यदि दस फीसदी संपत्तियों की रेंडम जांच भी हो जाए, तो करोड़ों रुपए की स्टांप ड्यूटी चोरी सामने आए जाएगी।
- अलग-अलग तरीके से छोटी व बड़ी स्टांप ड्यूटी चोरी कर रहे हैं।
इनका कहना है
स्टांप ड्यूटी चोरी का प्रकरण दर्ज होने के बाद मौके का निरीक्षण किया था। साथ में उप पंजीयक भी थे। संपत्ति दो हिस्सों में थी। इसलिए आवासीय मानते प्रकरण का निराकरण किया है। उप पंजीयक चाहे तो इसमें अपील कर सकते हैं। उन्होंने अभिमत भी लिया है।
दिनेश गौतम, वरिष्ठ जिला पंजीयक ग्वालियर
- मैंने मौके निरीक्षण कर संपत्ति की स्थिति देखी थी। संपत्ति कॉर्नर पर स्थिति थी और मुख्य सडक़ पर थी। आसपास व्यवसायिक उपयोग था। इस कारण स्टांप ड्यूटी वसूली का प्रस्ताव डीआर को भेजा था।
केएन वर्मा, उप पंजीयक