पांच ब्राह्मणों ने कराई पूजा
गृह प्रवेश की पूजा को कराने के लिए ग्वालियर में वेदाचार्य बालकृष्ण सहित चार और ब्राह्मण बैठे थे। ये सभी यहां मंत्रों का उच्चारण करते और वहां विदेश में बैठे लोग उसे फोलो कर रहे थे। भले ही ये पूजा विदेश में हुई हो लेकिन यहां भी पूजा की सभी तैयारियां उसी तरह से की गई थीं।
छह घंटे अधिक लगे इस पूजा
आमतौर पर गृह प्रवेश और वास्तु शांति को लेकर कराई जाने वाली पूजा में करीब 8 घंटे का समय लगता है लेकिन विदेश में कराई गई इस पूजा में 6 घंटे अतिरिक्त लगे। यानी पूजा 14 घंटे में संपन्न हुई। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि दूर बैठे लोगों को समझाने में काफी समय लगा। वहीं पूजा को संपन्न कराने के लिए गृह प्रवेश के मुहूर्त, संकल्प पत्र के साथ जो भी सामग्री लगनी थी, वह भी व्हाट्सएप के जरिए ही भेजी गई।
इस तरह की पूजा कराना हमारा पैतृक कार्य है। वैसे तो अभी तक कई बार ऐसी पूजा करा चुके हैं, लेकिन वीडियो कॉलिंग के जरिए विदेश में पहली बार पूजा कराई। इसके लिए पहले तो मन में काफी संकोच था, लेकिन जब पूजा हो गई तो काफी अच्छा लगा।
पं.बालकृष्ण त्रिवेदी, वेदाचार्य
हमने पंडित जी को ग्वालियर में पूजा कराते हुए देखा था और यहां घर खरीदने के बाद परंपरागत ढंग से ही गृह प्रवेश करना चाहते थे। इसके लिए वीडियो कॉलिंग के जरिए पूजा कराई। पहले ये सपने सा लग रहा था लेकिन सब बहुत ही अच्छे से हुआ है।
विनोद और ऋतंभरा अग्निहोत्री, गेरमेरिंग, जर्मनी