ग्वालियर

प्रदेश में छह महीने में 2.63 लाख लोगों ने ही लिए लोन

– प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना : शिशु, किशोर और तरुण लोन बांटे जाते हैं इस योजना में, इंदौर चल रहा सबसे आगे, ग्वालियर का स्थान तीसरा, कुल 1234 करोड़ का लोन बांटा गया है अब तक

ग्वालियरNov 23, 2021 / 10:21 am

Narendra Kuiya

– नरेंद्र कुइया
ग्वालियर. किसी समय छोटे उद्यमियों के लिए संबल बनने वाली प्रधानमंत्री मुद्रा बैंक योजना के आंकड़ों पर इस वर्ष विपरीत असर पड़ता दिख रहा है। प्रदेश के 52 जिलों में इस वित्तीय वर्ष की शुरूआत से 23 सितंबर तक 2 लाख 63 हजार 354 खाते खोले गए हैं और उनसे 1234 करोड़ का लोन बांटा गया है। हालांकि बिना गारंटी वाली इस योजना के लिए माना जा रहा है कि अप्रैल से जून तक का समय कोरोना काल में बीतने के कारण ऐसा हुआ है और आने वाले दिनों में इस योजना में लोन लेने वालों में बढ़ोतरी होगी। प्रदेश में अभी तक इंदौर खाते खोलने और लोन की रकम बांटने में सबसे आगे चल रहा है वहीं जबलपुर का स्थान दूसरा, ग्वालियर का तीसरा, शाजापुर का चौथा और भोपाल का पांचवा चल रहा है।
साल दर साल खाते और रकम
वर्ष शिशु किशोर तरुण कुल खाते कुल राशि
2018-19 2965 3977 3393 13.8 लाख 10,335 करोड़
2019-20 4179 4246 3480 18.14 लाख 11,906 करोड़
2020-21 3151 4161 3223 17.26 लाख 10,546 करोड़
2021-22
(23 सितंबर-21 तक)543 387 304 2.63 लाख 1234 करोड़
वित्तीय वर्ष 2021-22 प्रदेश में 23 सितंबर 2021 तक टॉप फाइव
जिला शिशु किशोर तरुण कुल खाते कुल राशि
इंदौर 46.5 करोड़ 33 करोड़ 31.9 करोड़ 21,209 111.5 करोड़
जबलपुर 25.6 करोड़ 20.6 करोड़ 23.3 करोड़ 15,189 69.4 करोड़
ग्वालियर 20.6 करोड़ 9.5 करोड़ 10.4 करोड़ 11,761 40.5 करोड़
शाजापुर 30.8 करोड़ 8.3 करोड़ 4.2 करोड़ 11,269 43.2 करोड़
भोपाल 15.5 करोड 16.5 करोड़ 21 करोड़ 11,045 53.1 करोड़
यह है मुद्रा बैंक योजना
प्रधानमंत्री मुद्रा बैंक योजना 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुरू की थी। इस योजना की शुरूआत बंग्लादेश के ग्रामीण बैंक से प्रेरणा लेकर हुई थी। इस योजना में तीन श्रेणियां शामिल हैं। शिशु, किशोर और तरूण। शिशु के अंतर्गत दिया जाने वाला लोन अधिक 50 हजार रुपए तक है। किशोर में 50 हजार से 5 लाख रुपए तक और तरूण में 5 से 10 लाख रुपए तक का लोन प्रदान किया जाता है। इस योजना के अंतर्गत एनपीए भी काफी कम रखा गया है।
आने वाले दिनों में बढ़ेंगे आंकड़े
कोरोना संक्रमण के कारण इस साल अप्रैल, मई, जून में मुद्रा बैंक योजना के लोन में कमी रही है। इसलिए छह महीने में आंकड़े थोड़े कम रहे हैं। वैसे इस योजना हमारा विशेष ध्यान है और आने वाले दिनों में इन आंकड़ों में निश्चित ही बढ़ोतरी होगी। ये व्यवसाय, सेवा और उद्योग का लोन है। जिनके पास काम करने के लिए रुपए नहीं थे और जो अपने काम को और अधिक बढ़ाना चाहते थे, ऐसे लोगों के लिए मुद्रा बैंक योजना मददगार बनती है।
– एसडी माहुरकर, कन्वीनर, राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी (एसएलबीसी) मध्यप्रदेश
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