इन ट्रेनों में करंट चार्ट बनता है
ग्वालियर से जाने वाली जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस, पंजाब मेल मंगला, गतिमान, बरौनी मेल, पातालकोट, ताज एक्सप्रेस, सचखंड, सुशासन, भिंड- रतलाम, ग्वालियर अहमदाबाद, श्रीधाम, महाकौशल, तेलंगाना, निजामुद्दीन- जबलपुर, संपर्क क्रांति और चंबल एक्सप्रेस, ग्वालियर- पूना और बुंदेलखंड शामिल हैं। वहीं ग्वालियर से दिल्ली की ओर जाने वाली मालवा, ताज एक्सप्रेस और शताब्दी एक्सप्रेस शामिल हैं। पीआरओ मनोज कुमार सिंह का कहना है कि ग्वालियर स्टेशन से निकलने वाली 27 ट्रेनों में करंट टिकट की सुविधा उपलब्ध है।
इन साप्ताहिक ट्रेन में भी मिलती है सुविधा
ग्वालियर से निकलने वाली कुछ साप्ताहिक ट्रेनों में भी करंट टिकट की सुविधा उपलब्ध है। उसमें हिमसागर, कटरा- जबलपुर, इंदौर चंडीगढ़, देहरादून- इंदौर और देहरादून- उज्जैन शामिल हैं।
जानिए क्या होता है करंट टिकट
आखिर ये करंट टिकट काउंटर क्या है? यही तो चार्ट बनने के बाद भी कन्फर्म टिकट मिलने का तरीका है. यह ठीक उसी तरह काम करता है जैसे स्टेशन पर रिजर्वेशन काउंटर करते हैं. रेलवे का करंट टिकट काउंटर बनाने का मकसद चार्ट बनने के बाद और ट्रेन छूटने से पहले तक खाली सीटों का रिजर्वेशन करवाना है, ताकि ट्रेन में सीटें खाली न रह जाएं. यह सुविधा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से मिलती है।
काउंटर से टिकट लेने के लिए भी आपको एक रिजर्वेशन फॉर्म भरना पड़ेगा। यह फॉर्म नॉर्मल रिजर्वेशन फॉर्म की तरह ही होता है। फॉर्म में पूरी डिटेल भरने के बाद विंडो पर बैठे क्लर्क को देना होगा. क्लर्क उस ट्रेन में चार्ट बनने के बाद बची हुई सीटों का स्टेट्स चेक करेगा और अगर सीट खाली होगी तो बिना कोई अतिरिक्त चार्ज लिए रिजर्वेशन चार्ज के साथ टिकट बुक कर देगा. सीट खाली न होने पर आपको इसकी जानकारी भी दे देगा।