scriptओवरलोड सवारी ढोना मजबूरी या दबंगई? | Overload ride haulage or bullying in vehicles | Patrika News

ओवरलोड सवारी ढोना मजबूरी या दबंगई?

locationग्वालियरPublished: Sep 27, 2019 01:18:43 am

शहर में सवारी वाहनों की भरमार है। अधिकांश सवारी वाहन ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। कई वाहन ऐसे दिख जाएंगे जो तादाद से ज्यादा सवारियां बैठाते हैं।

ओवरलोड सवारी ढोना मजबूरी या दबंगई?

ओवरलोड सवारी ढोना मजबूरी या दबंगई?

ग्वालियर. ओवरलोड वाहन शहर की सडक़ों पर अक्सर देखने को मिलते हैं। ये वाहन खुलेआम ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते नजर भी आए जाऐंगे, लेकिन ये वाहन चालक सडक़ पर नियमों का उल्लंघन किन कारणों से करते हैं। कहीं इन वाहन चालकों को सुबह से शाम तक भेंट चढ़ाने के कारण नियमों में छूट तो मिल जाती है? ट्रैफिक पुलिस भी ऐसे वाहनों पर कुछ सख्ती दिखाती है लेकिन कुछ दिनों बाद ही वापस फिर अनदेखी करने लगती है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि ओवरलोड सवारी ढोना वाहन चालकों की मजबूरी है या दबंगई?
शहर में सवारी वाहनों की भरमार है। अधिकांश सवारी वाहन ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। कई वाहन ऐसे दिख जाएंगे जो तादाद से ज्यादा सवारियां बैठाते हैं। सवारियां विरोध करती हैं तो चालक झगडऩे लगते हैं। पुलिस हो या प्रशासन तब सुध लेता है जब ऐसे वाहन अनियंत्रित होकर पलट जाते हैं और लोगों की मौत तक हो जाती है। फिर पुलिस कार्रवाई तो करती है, लेकिन औपचारिकता के लिए। दो-चार दिन बाद फिर पुराना ढर्रा शुरू हो जाता है। यह सवारी वाहन शहर के कई चौराहा और तिराहा से निकलते हैं। पुलिस भी खड़ी होकर देखती रहती है, लेकिन कार्रवाई करने की जहमत नहीं करते। कई बार स्थिति यह हो जाती है कि सवारी वाहन इतने फुल हो जाते हैं कि उनमें गेट पर खड़े होकर सवारी यात्रा करती है। मेले या फिर प्रतियोगी परीक्षाओं के समय यह नजारा सबसे ज्यादा दिखाई देता है।
इन जगहों पर ज्यादा अनदेखी : शहर के कई ऐसे प्वॉइंट हैं जहंा सवारी वाहन नियमों की अनदेखी कर ठसाठस सवारियांं भरते हैं। जैसे गोल पहाडिय़ा – यहां से तिघरा, बरई जाने के लिए सवारी वाहन मिलते हैं। यहां वाहन चालक तादाद से ज्यादा सवारियां भर लेते हैं। वहां पुलिस चौकी भी है, फिर भी वाहन चालकों को कोई टोकता नहीं है।
कंपू से गुढ़ा की ओर चलने वाले ऑटो, ओवरलोड सवारियां भरकर चलते हैं। करीब आठ दिन पहले की बात है ऑटो में करीब 10 सवारियां थीं। ड्राईवर ने अपने अगल-बगल भी बैठा रखी थीं। कुछ गेट पर खड़ी हो गईं। रास्ते में गड्ढा आने से ड्राईवर के पास बैठा युवक सडक़ पर गिर पड़ा। उसके सिर में चोट आई। हालांकि उसने शिकायत नहीं की, इसलिए मामला टल गया। ऐसा ही कुछ नजारा गोल पहाडिय़ा पर भी दिखाई दे जाएगा। यहां से बरई, पनिहार जाने वाले वाहनों में छत और बोनट पर भी सवारियां बिठा लेते हैं।
वाहन चालकों पर की जाएगी कार्रवाई
– सवारी वाहनों में सवारी की संख्या नियत है। अगर ओवरलोड सवारी वाहनों में दिखाई देती है तो कार्रवाई की जाती है। अगर इन स्थानों पर वाहन चालक ओवरलोड सवारी बैठा रहे हैं। वहां पता कर वाहन चालकों पर कार्रवाई करेंगे।
नरेश अन्नोटिया, डीएसपी ट्रैफिक
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