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पत्रिका महाअभियान स्वच्छ करें राजनीति , बोले शहरवासी-पत्रिका कर रहा शानदार काम

locationग्वालियरPublished: Apr 08, 2018 02:45:36 pm

Submitted by:

Gaurav Sen

राजनीति के गिरते स्तर से आमजन को चिढ़ होने लगी है। जिस तरह से वंशवाद और अवसरवाद की राजनीति देश में हावी हुई है

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ग्वालियर। राजनीति के गिरते स्तर से आमजन को चिढ़ होने लगी है। जिस तरह से वंशवाद और अवसरवाद की राजनीति देश में हावी हुई है, इसमें भ्रष्टाचार बढ़ा है, अपराधीकरण हुआ है, उससे ईमानदार और स्वच्छ छवि के लोग राजनीति में आने से कतराने लगे हैं। लेकिन राजनीति में बदलाव लाने और उसे स्वच्छ करने के लिए हमें जागरूक होना पड़ेगा, तभी देश को बेहतर नेतृत्व दे सकते हैं।

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बदलाव के लिए शिक्षित युवाओं को खुद आगे आकर पहल करनी होगी। वह मौके का इंतजार न करें, कोई मौका नहीं देगा, मौका तलाशना होगा। साथ ही मतदाताओं को भी जागरूक होकर अच्छे लोगों को लाना होगा। चुनाव लडऩे के लिए योग्यता का भी निर्धारण होना चाहिए। पत्रिका द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छ राजनीति महाअभियान के अन्तर्गत पत्रिका कार्यालय में आयोजित टॉक शो में शनिवार को शहर के विभिन्न क्लबों के अध्यक्षों ने यह विचार व्यक्त किए।
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सकारात्मक सोच नहीं

राजनीतिक दलों की मानसिकता विघटित हुई है, इसलिए समाज का विघटन हो रहा है। पहले दलों का लक्ष्य समाज को संगठित करना होता था, लेकिन अब सकारात्मक सोच खत्म हो गई है। किसी दल की कोई विचाराधारा नहीं बची। सभी संबंधवाद, अवसरवाद और वंशवाद की राजनीति कर रहे हैं। इस कारण राजनीति दलदल बन गई है।
सीपीएस राजपूत, अध्यक्ष, लायंस क्लब एक्सीलेंसी

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वंशवाद खत्म हो
राजनेता का बेटा ही नेता बन रहा है। कुछ लोगों की ठेकेदारी सी हो गई है। हमारा बच्चा चाहे तो भी राजनीति में नहीं आ सकता। यह वंशवाद की परंपरा खत्म होना चाहिए। सबके दिमाग में है राजनीति चोरों की है, यह दलदल है। इनका कोई लेवल ही नहीं है। आम आदमी के दिमाग में भ्रष्टाचार घर कर गया है। पचास रुपए दो कोई भी काम हो जाता है। इनका स्तर बहुत नीचे गिर गया है।
मानवीर सिंह सेठी, अध्यक्ष, लायंस क्लब अमृत

शिक्षित लोग वोट डालें
चुनाव में वोट का इस्तेमाल करता कौन है? पढ़े लिखे लोग घर से बाहर निकलते नहीं हैं, उन्हें लगता है कि इससे कोई फर्क नहीं पडऩे वाला है। उन्हें बाहर निकलना चाहिए और अच्छे से सोच विचारकर मतदान करना चाहिए जिससे स्वच्छ और ईमानदार लोगों को मौका मिले। युवाओं को भी आगे आना चाहिए, उन्हें समाज को राह दिखानी चाहिए। देश में क्षेत्रीय पार्टियां हावी हैं। दो ही राजनीतिक पार्टी होनी चाहिए और उनकी स्पष्ट विचारधारा होनी चाहिए। साथ ही संसद जो कानून बनाए।
राहुल गुप्ता, अध्यक्ष, जेसीआइ ग्वालियर

एजुकेशन जरूरी है
राजनीति में एजुकेशन लेवल होना बहुत जरूरी है। एजुकेशन के बिना कोई आगे बढऩे की सोच नहीं सकता। नौजवान आगे बढऩे की सोचना चाहते हैं। चाहते हैं कि बदलाव हो, लेकिन उन्हेें आगे आने का मौका तो दो। वंशवाद की राजनीति नहीं होनी चाहिए। हर वर्ग के अच्छे लोगों को मौका मिलना चाहिए। शिक्षित लोग आगे आएंगे तो देश आगे बढ़ेगा।
भारती राजौरिया, अध्यक्ष, रोटरी क्लब वीरांगना

शिक्षित को ही मिले सीट
शिक्षित व्यक्ति समझदार होता है, इसलिए राजनीति में शिक्षा का लेवल होना बहुत जरूरी है। हमें भी वोट करते समय इसका बेहद ध्यान रखना चाहिए और शिक्षित को ही सीट देना चाहिए। जिस तरह कुछ दिन पहले शहर में उपद्रव हुआ, उसकी क्या जरूरत थी। बंद कराना था तो दुकानें बंद कराते, उपद्रव क्यों किया। अभी तक इसकी वजह किसी को समझ नहीं आ रही है। यह अशिक्षित लोगों की मानसिकता का ही परिणाम है।
नीलम जैन, अध्यक्ष, जेसीआइ तेजस्वनी

शिक्षित होना जरूरी
चुनाव लडऩे के लिए योग्यता का निर्धारण किया जाना बहुत जरूरी है। शिक्षित व्यक्ति जिस तरह सोच सकता है, उस तरह अनपढ़ नहीं सोच सकता। साथ ही नेताओं के आपराधिक रिकॉर्ड भी पाए जाते हैं।
विजेता सिंह, अध्यक्ष आज की बेटियां

जागरूक होना जरूरी
&राजनीति को कमाई का जरिया बना दिया है। न कोई देश की सोच रहा है, न शहर की। हमें जागरूक होने की बहुत जरूरत है, जो नेता आ रहे हैं उन्हें भी हम ही ला रहे हैं। लोगों से पूछा जाना चाहिए शहर में उपद्रव क्यों किया। शहर में पहली बार ऐसा खराब माहौल देखा है।
अंजली बत्रा, जेडपी, जेसीआइ जोन-6


उम्र की सीमा हो
नेताओं के लिए कानून में छूट क्यों है। वह जेल में रहकर चुनाव लड़ सकता है। राजनीति को साफ करने के लिए जरूरी है कि उम्र सीमा का निर्धारण हो।
मनीष वर्मा, अध्यक्ष, जेसीआइ क्लासिक

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