ऐसी थी योजना
स्पीड पोस्ट का शुल्क अस्थियों के वजन व गंतव्य स्थान की दूरी के मुताबिक रखा गया था। स्पीड पोस्ट को संबंधित पते पर महज 72 घंटे में पहुंचाया जाना था। योजना के तहत अस्तिा विसर्जन करने वाले स्वजन को ओम दिव्य दर्शन सामाजिक संस्था की वेबसाइट ओमदर्शन.ओआरजी पर रजिस्ट्रेशन कराना था। शोक संतप्त परिवार को श्राद्ध कार्यक्रम लाइव वेबकास्ट किया जाना था, श्राद्ध के बाद डाक विभाग की ओर से संबंधित स्वजन को एक बोतल गंगाजल भी भेजा जाना था।
स्पीड पोस्ट का शुल्क अस्थियों के वजन व गंतव्य स्थान की दूरी के मुताबिक रखा गया था। स्पीड पोस्ट को संबंधित पते पर महज 72 घंटे में पहुंचाया जाना था। योजना के तहत अस्तिा विसर्जन करने वाले स्वजन को ओम दिव्य दर्शन सामाजिक संस्था की वेबसाइट ओमदर्शन.ओआरजी पर रजिस्ट्रेशन कराना था। शोक संतप्त परिवार को श्राद्ध कार्यक्रम लाइव वेबकास्ट किया जाना था, श्राद्ध के बाद डाक विभाग की ओर से संबंधित स्वजन को एक बोतल गंगाजल भी भेजा जाना था।
रिस्पांस नहीं दिखाया
डाक विभाग और ओम दिव्य दर्शन सामाजिक संस्था के बीच अनुबंध के तहत हरिद्वार, प्रयागराज, वाराणसी व गया में अस्थि विसर्जन किया जाना था। पर अस्थि विजर्सन की इस योजना में लोगों ने रिस्पांस नहीं दिखाया है, क्योंकि इस पूरी प्रक्रिया में कहीं ना कहीं पर्सनली अटेचमेंट वाली बात होती है।
– एसके ठाकरे, प्रवर अधीक्षक, डाक विभाग
डाक विभाग और ओम दिव्य दर्शन सामाजिक संस्था के बीच अनुबंध के तहत हरिद्वार, प्रयागराज, वाराणसी व गया में अस्थि विसर्जन किया जाना था। पर अस्थि विजर्सन की इस योजना में लोगों ने रिस्पांस नहीं दिखाया है, क्योंकि इस पूरी प्रक्रिया में कहीं ना कहीं पर्सनली अटेचमेंट वाली बात होती है।
– एसके ठाकरे, प्रवर अधीक्षक, डाक विभाग