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ग्वालियर

जुड़ने लगे लोग, बढ़ने लगा कारवां

पत्रिका की ओर से खेड़ापति मंदिर के समीप स्थित बावड़ी पर आयोजित अमृतं जलम् अभियान में श्रमदान के लिए लोग जुड़ने लगे हैं। वह पूरे उत्साह और जुनून के साथ बावड़ी को क्लीन करने में लगे हैं, जिससे बारिश का पानी भर सके और बावड़ी एक बार फिर से रिचार्ज हो सके।

ग्वालियरMay 22, 2019 / 08:08 pm

Harish kushwah

Amritan jalm campaign

Amritan jalm campaign

ग्वालियर. पत्रिका की ओर से खेड़ापति मंदिर के समीप स्थित बावड़ी पर आयोजित अमृतं जलम् अभियान में श्रमदान के लिए लोग जुड़ने लगे हैं। वह पूरे उत्साह और जुनून के साथ बावड़ी को क्लीन करने में लगे हैं, जिससे बारिश का पानी भर सके और बावड़ी एक बार फिर से रिचार्ज हो सके। इसी क्रम में मंगलवार को स्वप्निल फाउंडेशन के यंगस्टर्स ने श्रमदान किया। पूरे एक घंटे उन्होंने खूब पसीना बहाया। इस टीम को लीड आकाश बरुआ ने किया। उन्होंने बावड़ी की सीढ़ियों की सफाई की व गंदगी को बाहर फेंका।
हमारी टीम को अमृतं जलम् अभियान से जुड़कर बहुत अच्छा लगा। इस तरह का इनिशिएटिव शहर के अन्य ऑर्गेनाइजेशन को भी लेना चाहिए।

प्रगति वशिष्ठ

मैंने लास्ट ईयर पत्रिका के शारदा विहार बावड़ी के बारे में सुना था, लेकिन किसी कारण जा नहीं सकी। यह मौका आज मुझे अपनी टीम के माध्यम से मिल गया।
मोना सिंह

पानी सहेजना आज और कल की जरूरत है। यदि हमें आने वाली पीढ़ी का भविष्य संजोना है, तो शहर की वाटर रिसोर्सेज को एक बार फिर पुनर्जीवित करना होगा।

साक्षी वशिष्ठ
यह बावड़ी बहुत प्राचीन और खूबसूरत है। मैंने फर्स्ट टाइम ऐसी बावड़ी देखी है। यह वाटर रिसोर्स करने के साथ ही ऐतिहासिक रूप से भी महत्व रखती है।

श्रद्धा सिंदे

शहर को पानी की किल्लत से बचाने का सबसे अच्छा साधन इन जल स्रोतों को पुनर्जीवित करना है। यदि हम ऐसा कर पाए, तो पानी की समस्या खत्म होगी।
ललिता शर्मा

आज शहर को इसी तरह के इनशिएटिव लेने की आवश्यकता है, जैसा पत्रिका ने लिया है। मैं अपनी टीम की तरफ से पत्रिका टीम को बधाई देता हूं।

सत्यम गर्ग
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