थाना और तहसील के लिए आरक्षित जमीन पर ही कर लिया कब्जा
मुरैना/सिहोनिया. प्रशासन ने सिहोनिया में उप तहसील कार्यालय और पुलिस थाने के लिए आरक्षित दो हैक्टेयर जमीन पर किए गए कब्जे को बुधवार को हिटैची चलाकर मुक्त करवा लिया। थाने की जमीन पर कब्जेधारियों ने मकान व दुकान बना ली थीं जबकि उप तहसील कार्यालय की भूमि पर सरसों की फसल बोई थी। अंबाह एसडीएम राजीव समाधिया व उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय अनिल ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस बल की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई।

भूमि सर्वे क्रमांक 1535 में से 0.73 हैक्टेयर जमीन नवीन थाना भवन के लिए आरक्षित की गई थी। लेकिन इस जमीन पर विश्वनाथ सिंह, राजकुमार सिंह एवं सिंटू सिंह ने कब्जा कर लिया था। जमीन पर मकान व दुकानें बना ली थीं। हिटैची की मदद से इन दुकानों व मकानों को तोड़कर शासकीय भूमि को मुक्त कराया गया। भूमि का बाजार भाव करीब 90 लाख रुपए आंका गया है। सिहोनिया मौजे के ही भूमि सर्वे क्रमांक 1520 के रकवा 0.90 हैक्टेयर पर रामकुमार सिह, श्याम सिंह एवं रविंद्र सिंह ने कब्जा कर लिया था। इसमें सरसों की फसल बोई गई थी, जबकि यह जमीन सिहोनिया के उप तहसील कार्यालय के लिए आरक्षित थी। प्रशासन ने पूरे खेत पर हिटैची चलवाकर सरसों की फसल को नष्ट करवा दिया । जमीन का बाजार भाव करीब 1.10 करोड़ रुपए आंकी गई है।
दो थानों से बुलाया फोर्स
सिहोनिया में दो हैक्टैयर शासकीय भूमि पर आधा दर्जन लोगों के कब्जे को प्रशासन ने समझदारी से हटाया। हालांकि मौके पर कोई विरोध नहीं हुआ, लेकिन प्रशासन ने फिर भी सिहोनिया के अलावा दिमनी थाना पुलिस को भी मौके पर बुला लिया था।
15 साल में भी नहीं हटा कब्जा
प्रशासन जिले में कई जगह सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रहा है। लेकिन पोरसा तहसील धनेटा मौजे में शासकीय भूमि सर्वे क्रमांक 386 रकवा 0.109 हैक्टेयर पर 15 साल से भी अधिक समय से कब्जा कर फसलें उगा रहे हैं। कई बार नोटिस और वारंट जारी होने के बावजूद प्रशासन कब्जे नहीं हटवा पा रहा है।
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