देख नहीं सकते पर स्टेप्स सधे हुए, सुन नहीं पाते पर सुनाया गीत कार्यक्रम में अशोक संत ने कोई अक्षम नहीं… गीत से कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद मूक बधिर कल्याण संस्था के बच्चों ने मेरा जूता है जापानी… की प्रस्तुति दी। अमर ज्योति छात्रावास की बालिका चंदा, राधा, सलोनी, नंदनी और दिव्या ने ओ री चिरैया… गीत पर नृत्य की प्रस्तुति देकर सभी को भाव विभोर कर दिया। आत्म ज्योति स्कूल की बालिका अंजली, महादेवी, कोमल, विशाखा, शिवानी व निशा ने बम-बम भोले बाबा… की प्रस्तुति से सभागार में भक्ति की रसधार बहाई। माधव अंधाश्रम के बच्चों ने कण-कण में हैं भगवान… की प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया। अंत में अमर ज्योति छात्रावास की बालिकाओं ने सुख का दाता सब का साथी… गीत पर अपनी प्रस्तुति से कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की।
बांसुरी और शहनाई वादन से जीता दिल बच्चों के गायन और नृत्य के बीच ही वीपी वर्मा ने बांसुरी वादन कर एक राधा और एक मीरा.. की मधुर धुन से उपस्थित ऑडियंस का ध्यान अपनी ओर खींचा। वहीं रामलाल केवट ने शहनाई वादन कर संगीत के सुरों से मन को झंकृत कर दिया। दिव्यागों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से ऐसा समां बांधा कि उनकी प्रतिभा के रंग देख हर कोई दंग रह गया। सस्ंथा के अध्यक्ष डॉ. आलोक पुरोहित ने स्वागत भाषण दिया। संचालन जयंती वर्मा एवं शर्मिला शर्मा ने किया। आभार रविकांत अदालतवाले ने किया।