इन सवालों पर करना होगा फोकस प्रो. घई ने सभी विषय विशेषज्ञों से कहा कि हमें यह अवसर मिला हैं कि हम शारीरिक शिक्षा व खेल के नवीन व उन्नत स्वरूप को ऐसे बनाएं कि अधिकतम छात्रों की पसंद बन सकें। हम इन तीन दिनों में यह देखें कि शारीरिक शिक्षा व खेल में अभी क्या पाठ्यक्रम चल रहा है? क्या पाठ्यक्रम नवीनतम तकनीकों व प्रशिक्षण विधियों को समाहित कर रहा है? किस आयु वर्ग के लिए क्या पाठ्यक्रम है? क्या पाठ्यक्रम छात्रों के अनुरूप है या उनकी आवश्यक्तानुसार हैं?
इन बिंदुओं पर हुआ डिस्कशन समारोह के उपरांत एक्सपर्ट्स ने पहले सत्र में छात्रों के लिए तैयार किए जाने वाले पाठ्यक्रम पर चर्चा की, जिसमें विभिन्न बिंदुओं को शामिल किया गया। क्लास 1 से 12वीं तक के सभी छात्रों के लिए शारीरिक शिक्षा को आवश्यक विषयों में शामिल किया जाए।
विषय को उतने ही अंक व समय मिले, जितना अन्य विषय को मिलता है। शारीरिक शिक्षा को अधिक प्रायोगिक रखा जाए।