इस आलीशान महल में रहता है ज्योतिरादित्य सिंधिया का परिवार, महल की खासियत सुनकर होश उड़ जाएंगे
तीन दिन तक चलने वाली ऑल इंडिया पुलिस डीडी कॉन्फ्रेंस की मेजबानी बीएसएफ कर रहा है। कॉन्फ्र्रेंस शनिवार को शुरू हुई। रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसमें शामिल होंगे। उनके दो दिन के प्रवास के दौरान उनके ठहरने की व्यवस्था सिंधिया रियासत काल में बने कू्रज पैलेस में की गई है।
जीवाजी राव सिंधिया ने इसलिए बनवाया था ये खूबसूरत महल
सिंधिया रियासत के तत्कालीन महाराजा जीवाजी राव सिंधिया ने शिकार खेलने और आराम करने के लिए टेकनपुर में एक लेक के पास फ्रांसीसी स्टाइल का पैलेस बनवाया था। यह पैलेस ठीक उसी तरह का है, जैसे एक क्रूज शिप समुद्र में चल रहा हो। कभी जीवाजी राव की आरामगाह रहने वाला ये पैलेस अब बीएसएफ एकेडमी का मुख्यालय है, जहां अब कमांडोज तैयार किए जाते हैं।
झील के किनारे है ये पैलेस
ग्वालियर से कुछ दूरी पर टेकनपुर स्थित इस पैलेस का नाम सुरक्षा भवन है और इसका एक हिस्सा लेक की ओर है। इसी ओर फाइव स्टार होटल जैसी सुविधा वाले सुइट हैं, जिसमें अब वीवीआईपी रुकते हैं।
ये है इस आलीशान महल का इतिहास
करीब पांच दशक पहले टेकनपुर में बीएसएफ अकादमी स्थापित की गई। एक झील के किनारे इस क्रूज भवन को राजमाता विजयाराजे सिंधिया ने बीएसएफ को सौंप दिया। सिंधिया राजपरिवार ने 1965 में महज 6.41 लाख रुपए में पैलेस के साथ यह पूरी जमीन बीएसएफ को दे दी थी।
स्पेनिश आर्किटेक्ट की सोच का नतीजा है ये खूबसूरत महल
टेकनपुर के इस पैलेस को स्पेनिश आर्कीटेक्ट टीए रीटिच ने बनाया था। स्वतंत्रता के पहले जीवाजीराव सिंधिया ने फ्रांस में तैरता हुआ पैलेस देखा था। उसी समय यह विचार आया कि ऐसा पैलेस उन्हें बनाना चाहिए। यह पैलेस 12500 वर्ग फीट में बना है और चार मंजिला भवन में 45 कमरे हैं। इसका निर्माण पूना के विलास पैलेस जैसा है ।