न्यायालय से अन्य चोरियों की पूछताछ के लिए पुलिस ने सेवा कुशवाह को 26 सितम्बर तक पीआर पर लिया था। इस दौरान अन्य चोरियां करना भी उसने कबूल किया। लेकिन पुलिस बुधवार को सेवा को कोर्ट में पेश कर पाती। उससे पूर्व ही सेवा बैरक की खिडक़ी तोडक़र भाग गया।
थाने की गैलरी में बनी है बैरक
सोमवार की रात थाने पर एएसआई रामदास,प्रधान आरक्षक दिलीप तोमर व आरक्षक प्रीतम सिंह की ड्यूटी लगाई गई थी। थाने की बैरक थाना प्रभारी के चेम्बर के पास गैलरी में बनाई गई है। जिसमें हवा के लिए एक खिडक़ी है जिसमें लोहे के सरिया व लोहे की जाली लगाई गई है। इसी जाली को ऊपर से थोड़ा सा हटाकर आरोपी सेवा फरार हो गया। सेवा जब फरार हुआ तब वहां कोई मौजूद नहीं था। जबकि बैरक के सामने ही एक संतरी की ड्यूटी लगाई जाती है।
एसडीओपी सुधीर कुशवाह ने पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट आलाधिकारियों की सौंपी। जिस पर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने लापरवाह एएसआई रामदास, प्रधान आरक्षक दिलीप तोमर व आरक्षक प्रीतम सिंह को सस्पेंड कर दिया है।
सेवा कुशवाह रात 3.40 पर बैरक से फरार हो चुका था। लेकिन पुलिस को सुबह तब पता चला जब बंदियों की गिनती की। जब अन्य बंदियों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वे गहरी नींद में थे। इसलिए उन्हें सेवा के फरार होने का पता नहीं चल सका। तुरंत ही सूचना आलाधिकारियों को दी गई। जिस पर एडीशनल एसपी ने मौके पर पहुंचकर विवेचना की और पूरी घटना की रिपोर्ट बनाने के एसडीओपी सुधीर कुशवाह को आदेश दिए।
अमित सांघी, पुलिस अधीक्षक, मुरैना