दहेज में मांगे 1 करोड़ रुपए तो दुल्हन ने लौटा दी बारात, युवती की ये बात वरपक्ष के होश उड़ा देगी
पुलिस ने बताया गोविंदपुरी (विश्वविद्यालय) में हरिविज कंपनी ने दफ्तर खोला था। कंपनी के डायरेक्टर शहजाद उर्फ अमन मलिक निवासी हरिद्वार ने इसमें करीब 40 एजेंट भर्ती किए। कंपनी के इन दलालों ने शहर की कमजोर बस्तियों को टारगेट किया। वहां जाकर महिलाओं को लालच दिया कि हरिविज कंपनी उन्हें हर जरूरत को पूरा करने के लिए कर्ज दिलाएगी।
वह चाहें तो घर, शिक्षा और पसर्नल लोन ले सकती हैं। कंपनी ने 10-10 महिलाओं के करीब ७० ग्रुप बनाए। जिन लोगों ने लोन के लिए आवेदन किया हर ग्राहक से ७७३० रुपए आवेदन शुल्क और 1085 फाइल खर्च के लिए वसूले। भोले भाले लोगों से करीब एक करोड़ रुपया वसूलने के बाद कंपनी दफ्तर का सामान समेट कर चंपत हो गई। करीब दो महीने बाद धंधे के मास्टरमाइंड सहित पुलिस ने तीन ठगों को पकड़ा है। इंट्रोगेशन में ठगों ने शहर से करीब ५० लाख ६० हजार की ठगी का खुलासा किया है। एक आरोपी फरार है।
फर्जी दस्तावेजों से धंधा
पुलिस का कहना है ठग गिरोह ने फर्जी आईडी कार्ड, फर्जी नाम से मोबाइल सिम लेकर कारोबार जमाया। कंपनी पैसा लेकर भाग गई जब लोगों को पता चला तो 13 अक्टूबर को नजमा और नर्गिस निवासी आपागंज ने पुलिस से शिकायत की। कंपनी के एजेंटस् को पकड़ कर उनसे गिरोह के बारे में पूछताछ पर पता चला गैंग का मास्टरमाइंड शहजाद उर्फ अमन मलिक और एडवाइजर समीर मलिक है। दोनों हरिद्वार के रहने वाले हैं। टिप पर दोनों ऋषिकेश, हरिद्वार, रुडकी में तलाशा तो गिरोह की लोकेशन उन्नाव में पता चली।
गिरोह के सदस्य
शहजाद उर्फ अमन मलिक, उर्फ आकाश कुमार पुत्र इल्यास निवासी हरिद्वार कंपनी का डायरेक्टर (गिरफ्तार)
समीर उर्फ छोटा पुत्र जाहिद कंपनी का एडवाइजर निवासी हरिद्वार (गिरफ्तार)
नफीस उर्फ अमित कुमार पुत्र सलीम खां कंपनी का सेल्स मैनेजर निवासी हरिद्वार (गिरफ्तार)
दानिश अंसारी कंपनी का जनरल मैनेजर (फरार)
कई खुलासे होंगे
“कर्ज के नाम पर लोगों को ठगने वाले गैंग कई शहरों में लोगों को इसी तरह ठग चुका है। उसे विश्वविद्यालय और क्राइम ब्रांच की टीम ने ज्वाइंट ऑपरेशन में पकड़ा है।”
डा. आशीष, एसपी ग्वालियर