सूबेदार सिंह (60) पुत्र मानसिंह कुशवाह निवासी डोंगरपुरा थाना नयागांव जिला भिण्ड हाल पुराना सेलटेक्स बैरियर के पास शिवनगर मुरैना वन नाके पर ड्यूटी पर थे। उनके साथ चार अन्य साथी वनरक्षक रामनाथ शर्मा, संजय कुमार, आकाश तोमर, भगवान सिंह सोलंकी भी ड्यूटी पर थे। उसी समय रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली आते दिखे। डिप्टी रेंजर ने पहियों को बस्र्ट करने के लिए तैयार लोहे का नुकीला जाल सडक़ पर रख दिया, लेकिन रेत माफिया के साथ चल रहे दो बाइक सवारों ने यह जाल हटा दिया और एक ट्रैक्टर-ट्रॉली माफिया निकाल ले गया। डिप्टी रेंजर फिर से जाल रखने और बाइक सवारों को खदेडऩे के लिए दौड़े तो पीछे से आ रहे तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्रॉली ने उन्हें कुचल दिया। डिप्टी रेंजर ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ 20 फीट तक घिसटे, लेकिन चालक ने रफ्तार धीमी नहीं की। घटना स्थल पर डिप्टी रेंजर के घिसटने के निशान मौजूद थे। वनरक्षक रामनाथ शर्मा ने बताया कि डिप्टी रेंजर को रौंदने के बाद भी चालक रुका नहीं।
रेंज आफिस में दी गई अंतिम सलामी : डिप्टी रेंजर के शव को उनके गृह गांव डोंगरपुर ले जाने से पूर्व रेंज आफिस परिसर मुरैना में सैनिकों ने बंदूकों से सलामी दी
रिटायर हो गए होते, बढ़ गई थी नौकरी
डिप्टी रेंजर सूबेदार सिंह जून में रिटायर होने वाले थे लेकिन शासन ने उनकी नौकरी दो साल और बढ़ा दी थी।
थम नहीं रही घटनाएं
08 मार्च 2012 बानमोर में आईपीएस नरेन्द्र कुमार पर पत्थर से भरे ट्रैक्टर-ट्राली को चढ़ाकर कुचल दिया। |
05 अप्रैल 2015 को धनेला रोड पर डंपर से कुचलकर पुलिस आरक्षक धर्मेन्द्र चौहान को मौत के घाट उतारा। |
03 मार्च 2016 को देवरी के पास हाईवे पर अधीक्षक, डिप्टी रेंजर, वन आरक्षक पर लाठी, डंडों से हमला। |
07 मार्च 2016 रेत माफिया ने वन आरक्षक नरेन्द्र शर्मा को टै्रक्टर से कुचलकर मारा। |
अभी तो हम ट्रैक्टर और चालक को पकडऩे की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस लगातार पीछा कर रही है। प्रकरण दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।
अनुराग सुजानिया, एएसपी मुरैना