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इसके बाद प्रभारी मंत्री ने सिंधिया को लेकर ऐसी बात कही, जिसे सुनने के बाद वहां मौजूद लोग कुछ देर के लिए एकदम से हैरान रह गए। प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिस तरह से सूर्य ग्रहण पड़ता है और कुछ देर के लिए सूरज छिप जाता है, ठीक उसी तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया भी यह ग्रहण हटते ही फिर न केवल चमकेंगे, बल्कि दमकेंगे भी। प्रभारी मंत्री ने कहा कि यह चुनाव विकास, रोजगार, शिक्षा या स्वास्थ्य के नाम पर नहीं लड़ा गया। इसमें सिर्फ एक मुद्दा था कि जो जवान शहीद (पुलवामा में) हुए, हमारी माता-बहनों के सिंदूर मिट गए,उनके आधार पर भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव लड़ा। यह भी पढ़ें
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जब पूछा कांग्रेस का सूपड़ा साफ क्यों हो गयाइसके साथ ही प्रभारी मंत्री ने किसानों की ऋण माफी का आंकड़ा बताने के साथ ही यह भी कहा कि समर्थन मूल्य पर फसल बेचने वाले 95 प्रतिशत किसानों को भुगतान कर दिया गया है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं से संबंधित अपराधों में पिछले छह माह कमी आई है। प्रभारी मंत्री ने कहा कि समर्थन मूल्य पर फसल बेचने वाले किसानों को समिति के माध्यम से नहीं, बल्कि उनके खाते में सीधे ही राशि भेजी गई। मंत्री ने जब कहा कि अब आपको शहर में बदलाव दिख रहा होगा, पोहरी नाके की स्थिति सुधरी है, जिला अस्पताल का आईसीयू चालू हो गया, पानी टंकियों तक पहुंचने लगा।
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यह कहते ही जब उनसे पूछा कि घरों में कनेक्शन करने के लिए नगरीय प्रशासन की स्वीकृति अभी तक नहीं मिली, तो प्रभारी मंत्री ने कहा कि उसके लिए पहले नगरपालिका की बैठक में प्रस्ताव पास करके भेजना है। यह कहते हुए जब नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह की तरफ देखा तो नपाध्यक्ष ने कहा कि हम बैठक कर लेते हैं। प्रभारी मंत्री ने जब सरकार के छह माह के कार्यकाल की तुलना भाजपा के 15 साल से करने की बात कही, तो उनसे पूछा कि जब प्रदेश में सरकार ने सब कुछ अच्छा किया तो मप्र में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ क्यों हो गया?।
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अस्पताल में बदहाल व्यवस्थाएं देख नाराज हुए प्रभारी मंत्रीबैठक के बाद प्रभारी मंत्री जिला अस्पताल पहुंचे तथा वार्डों में जाकर मरीजों से चर्चा की तो सभी व्यवस्थाएं चारों खाने चित्त मिलीं। अस्पताल में स्टे्रचर नहीं, वार्ड ब्वॉय का पता नहीं, दो दिन से भर्ती मरीजों को खाना नहीं मिला था, पलंग पर मरीज अपने घर से लाई हुई चादर बिछाए हुए थे। यह बदहाली देखकर प्रभारी मंत्री नाराज हो गए और उन्होंने सीएमएचओ सहित एसडीएम से कहा कि जांच करें और जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई करें।
मेडिकल कॉलेज का घोटाला भी आया सामने
जिला अस्पताल के पलंगों पर बिछे गद्दों की कमी को देखते हुए प्रभारी मंत्री ने पूछा कि गद्दे कम क्यों हैं, तो आरएमओ डॉ. राजकुमार ऋषिश्वर ने कहा कि जो गद्दे मेडिकल कॉलेज से आए थे, उनकी क्वालिटी बेहद घटिया थी, इसलिए उन्हें नहीं बिछाया। प्रभारी मंत्री ने पूछा कि आपने कहीं शिकायत दर्ज कराई क्या?।
जिला अस्पताल के पलंगों पर बिछे गद्दों की कमी को देखते हुए प्रभारी मंत्री ने पूछा कि गद्दे कम क्यों हैं, तो आरएमओ डॉ. राजकुमार ऋषिश्वर ने कहा कि जो गद्दे मेडिकल कॉलेज से आए थे, उनकी क्वालिटी बेहद घटिया थी, इसलिए उन्हें नहीं बिछाया। प्रभारी मंत्री ने पूछा कि आपने कहीं शिकायत दर्ज कराई क्या?।
मेरा कोई नहीं है
प्रभारी मंत्री से मीडिया ने पूछा कि मेडिकल कॉलेज में पदस्थ डॉक्टर सुनील तोमर ने अपने फेसबुक पेज पर डाल रखा है कि प्रभारी मंत्री से संबंधित कोई भी काम हो तो मुझसे संपर्क करें, तो क्या उन्होंने आपके नाम की सुपारी ले रखी है? यह सुनते ही प्रभारी मंत्री ने कहा कि जो भी व्यक्ति ऐसा कहता है, वो मेरा नहीं है। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ मेरी कलम चलेगी।
प्रभारी मंत्री से मीडिया ने पूछा कि मेडिकल कॉलेज में पदस्थ डॉक्टर सुनील तोमर ने अपने फेसबुक पेज पर डाल रखा है कि प्रभारी मंत्री से संबंधित कोई भी काम हो तो मुझसे संपर्क करें, तो क्या उन्होंने आपके नाम की सुपारी ले रखी है? यह सुनते ही प्रभारी मंत्री ने कहा कि जो भी व्यक्ति ऐसा कहता है, वो मेरा नहीं है। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ मेरी कलम चलेगी।