राष्ट्रपति के प्रस्तावित कार्यक्रम के लिए जेयू की कुलपति, कुलसचिव सहित अन्य अधिकारी लगातार चक्कर काट रहे हैं। कुलपति ने तैयारियां पूरी करने के लिए 11 समितियां बनाई हैं। इन सभी समितियों में प्रोफेसर और इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी शामिल हैं। इनकी निगरानी में मल्टी आर्ट कॉम्पलेक्स के बाहर और भीतर कमियों को दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। दीवारों की दरारों को जहां पुट्टी से भरा गया है, वहीं छत के जिस हिस्से में पानी जमा होता था, उसको समतल करने की कोशिश की गई है। इसके साथ ही दीवारों पर आए सीलन के निशानों को भी पॉलिश से दबाने की कोशिश की गई है।
कर्मचारियों के अवकाश निरस्त
जीवाजी विश्वविद्यालय में राष्ट्रपति के प्रस्तावित दौरे को ध्यान में रख कुलपति ने सभी अधिकारी-कर्मचारियों के अवकाश निरस्त कर दिए हैं। अब जो कर्मचारी 17 और 18 दिसम्बर को अवकाश लेना चाहते हैं, उनके आवेदनों पर भी विचार नहीं किया जाएगा।
अधिकारियों ने किया सड़क, सर्किट हाउस और आयोजन स्थलों का निरीक्षण
राष्ट्रपति की प्रस्तावित यात्रा को ध्यान में रखकर कलेक्टर के निर्देश पर एडीएम किशोर कान्याल, एसडीएम जयति सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने दोपहर के समय सर्किट हाउस सहित आयोजना स्थलों का निरीक्षण किया। इससे पहले अधिकारियों का दल रेसकोर्स रोड, गोला का मंदिर, डीडी नगर और महाराजपुरा हवाई अड्डा तक पहुंचे। यहां से वापसी में प्रस्तावित वीआइपी रूट पर चल रहे काम को देखा। सड़क किनारे जहां भी अस्थाई अतिक्रमण दिखा उसको हटवाने के निर्देश दिए। तैयारियों में जुटे प्रशासन ने आयोजनों में शामिल होने वाले सभी लोगों की लिस्ट दोनें विश्वविद्यालयों से मांगी है।
दरअसल, जीवाजी विश्वविद्यालय और कृषि विश्वविद्यालय में 18 दिसंबर को होने वाले समारोह में देश के राष्ट्रपति का आना प्रस्तावित है। कलेक्टर अनुराग चौधरी ने सड़क किनारे से अतिक्रमण हटाने के साथ गाय-भैंस आदि बांधने वालों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
इसके साथ ही गोला का मंदिर से कुछ ही दूर सड़क किनारे सरकारी जगह को घेरकर चल रहे कार बाजार को हटवाने के लिए नगर निगम अधिकारियों से कहा था, लेकिन यहां अभी तक सही कार्रवाई नहीं हुई है। इसके साथ ही सड़क किनारे किए गए अस्थाई अतिक्रमण भी जस के तस है। इससे नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है।