राज्य में पेट्रोल-डीजल के दाम यों तो नए साल की शुरूआत से ही बढऩे शुरू हो गए थे लेकिन कोरोना के कहर के बीच लोगों पर ईंधन के बढ़ते दामों की सर्वाधिक दोहरी मार अप्रेल-मई में पड़ी है। अप्रेल से कोरोना लगातार कहर बरपा रहा है और 2 मई के बाद से पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ते आए हैं।
राज्यों में चुनाव के दौरान दाम नियंत्रित रहे लेकिन 2 मई को चुनाव खत्म होते ही दाम बढऩे शुरू हो गए थे। चुनाव परिणाम के बाद से अब तक पेट्रोल 2.29 रुपए और डीजल 2.68 रुपए प्रति लीटर महंगा हो गया है।
– पेट्रोल 100.57 रुपए प्रति लीटर, डीजल 91.54 रुपए प्रति लीटर टैक्स में कमी करे सरकार
बिक्री पहले से कम है, पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। इससे तो बिक्री और भी कम हो जाएगी। हमारे प्रदेश में पेट्रोल-डीजल सबसे महंगा है। सरकार को टैक्स में कमी करके थोड़ी राहत दी जानी चाहिए। इससे जनता को भी लाभ मिलेगा।
– अमित सेठी, सचिव, ग्वालियर पेट्रोलियम डीलर्स ऐसोसिएशन
अभी तो कोरोना कफ्र्यू की वजह से घर से ही काम कर रहे हैं। बाजार भी कम ही जाना हो रहा है। ऐसे में ईंधन के बढ़े हुए दामों को पता नहीं लग रहा है लेकिन कफ्र्यू खुलने के बाद तो गाड़ी चलाना मुश्किल ही हो जाएगा।
– देवेन्द्र गोयल, निवासी त्यागी नगर